जमानियां। कोतवाली क्षेत्र के असैचन्दपुर गांव में गुरूवार कि सुबह करीब 3 बजे संदिग्ध परिस्थिति में विवाहिता की मौंत हो गयी। परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी। पुलिस ने शव को कब्जे में ले कर जांच में जुटि।
रोहुणा गांव निवासी विवाहिता के पिता बालमिकी पाण्डेय ने बताया कि विवाहिता 25 वर्षीय प्रियंका की शादी 27 अप्रैल 2018 को असैचन्दपुर गांव निवासी यशंवत तिवारी के पुत्र प्रद्युमन तिवारी के साथ धूम–धाम से हुआ था। दोनों से 7 माह की एक पुत्री भी है। उनका आरोप है कि ससुराल वालों की ओर से बार बार फ्रीज और वासिंग मशीन आदि की मांग की जा रही थी और इसको लेकर प्रियंका को प्रताड़ित भी किया जा रहा था। इसी की वजह से प्रियंका की हत्या कर दी गयी है। उन्होंने सास‚ ससूर और दामाद पर अपनी पुत्री कि हत्या का सीधा आरोप लगाया। विवाहिता के (बडे पिता का लड़का) भाई सुशील कुमार पाण्डेय ने बताया कि आज सुबह ग्रामीणों ने फोन कर बहन के मौत की सूचना दी। जबकि ससुराल पक्ष के किसी ने कोई सुचना परिवार के लोगों को नहीं दी। असैचन्दपुर पहुंचने पर ससुराल पक्ष द्वारा दाह-संस्कार की तैयारी की जा रही थी। मायके पक्ष द्वारा पुलिस को घटना की सूचना दी गयी। जिस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और कोतवाली ले आयी। उनका आरोप है कि बहन के गले में निशान है जो गला घोट कर या फांसी लगा कर मारने की ओर इशारा कर रहा है। बताया कि बुधवार की शाम वीडियो कॉल कर परिवार के लोगों से प्रियंका ने वार्ता किया था और बहुत खुश थी। सुबह मौत की सूचना से परिवार के लोग आहत है। ससुर यशवंत तिवारी का कहना है कि भोर में विवाहिता अचानक आंगन में गिर गयी। जिसे आनन फानन में निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। माईके वालों को सचना देने का प्रयास किया गया लेकिन फोन नहीं लगा। नायब तहसीलदार राकेश कुमार कनौजिया ने बताया कि प्रथम दृष्टिया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। पीएम के बाद कुछ कहा जाना उचित होगा। कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने कहा कि असैचन्दपुर गांव में विवाहिता के मौत की सूचना मिली थी। जिस पर शव को कब्जा में ले लिया गया है। अब तक तहरीर प्राप्त नहीं हुई है पिता पंजाब प्रांत में प्राईवेट नौकरी करता है। मामले की जांच की जा रही है।