मरदह(गाजीपुर)। एक सौ एक कलश लेकर सैकड़ों कि संख्या में पुरूष महिलाएं बालक बालिकाएं यज्ञ स्थल से जल को विशेष मंत्रों के जरिए कलश में भरा,इसके बाद पुन:कलश यात्रा जयकारे के साथ यज्ञ स्थल पहुंची। कलश यात्रा के हाथों में पताके लहराते हुए सभी उद्घोष करते रहे। साथ-साथ बैंड-बाजे धूमधाम से बज रहें थें।
स्थानीय गांव के अटल उद्यान शिवान्ति कुंज महाहर धाम रोड में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा एवं पांच कुण्डीय महायज्ञ का शुभारंभ शनिवार को किया गया।प्रथम दिन पूरे गांव नगर के गलियों से होते हुए सभी छोटे बङे मंदिरों में दर्शन पूजन करते हुए सैकड़ों कि संख्या में महिला पुरुष बालक बालिकाएं प्राचीन राम जानकी लक्ष्मण मंदिर कुटी पर विधिवत कलश पूजा के बाद कलश लेकर यज्ञ स्थल पर रवाना हुए।कलश यात्रा पूरा होने के उपरांत दोपहर दो बजे से चलने वाले श्रीमद् भागवत कथा का श्रावण पान किए।इस अवसर पर कथा वाचक बंसत नारायण शास्त्री ने बताया कि सनातन धर्म में यज्ञ,महायज्ञ व कथा का एक विशेष स्थान है। यज्ञ व महायज्ञ से वातावरण सुगंधित होता है। मन-प्रफुल्लित हो जाता है।इसके माध्यम से विश्व शांति,समाज कल्याण की कामना होती है। सात दिन तक चलने वाले प्रवचन में श्रीमद् भागवत कथा का गुणगान किया जाएगा।
इस मौके पर शिवान्ति देवी, सिन्धु जायसवाल, दामोदर वर्मा, विनोद जायसवाल, प्रवीण पटवा, राजीव यादव राजू, टुनटुन वर्मा, देवदत्त वर्मा, चन्दन मद्धेशिया, समीर वर्मा, बच्चा वर्मा, दिवाकर वर्मा, भीम, राहुल, दाऊ आदि लोग मौजूद रहे।