कंदवा(चन्दौली)। क्षेत्र के पई कुसी गांव में बच्चों के मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए आए गेंहू में कंकड़ व मरा चूहा मिलने की खबर के तीसरे दिन सोमवार को चार सदस्यीय टीम ने पई पहुंच कर जांच पड़ताल किया।
जांच टीम ने ग्राम प्रधान, रसोइयों व कोटेदार से बारी बारी बयान लिया।जांच टीम ने बताया कि एमडीएम का राशन 4 दिसम्बर को भेंज दिया गया था।बाबजूद कोटेदार द्वारा 20 दिनों बाद एमडीएम का गेंहूं दिया गया है। जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेंजी जाएगी।
बरहनी विकास खण्ड के पई कुसी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के मध्यान्ह भोजन के लिए खाद्य विभाग से 4 दिसंबर को तीन माह के लिए राशन दिया था।कोटेदार ने एमडीएम का राशन मिलने के 20 दिनों बाद ग्राम प्रधान को उपलब्ध कराया।बीते शनिवार को ग्राम प्रधान देवेंद्र राय अपने घर पर रसोइयों से राशन को साफ करवा रहे थे।मौके पर गेंहू के पांच बोरे में से दो बोरे में बड़े बड़े कंकड़ व एक बोरे में मरा चूहा और बड़े बड़े कंकड़ मिले थे।उक्त मामले को समाचार पत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।मामले को गम्भीरता से लेते हुए जिला पूर्ति अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को कंकड़ व मरे चूहा वाला तीनों बोरियों को बदलवा दिया।सोमवार को क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी अनिल यादव, विपणन अधिकारी अमित सिंह,जिला पूर्ति निरीक्षक योगेंद्र चंद्र उपाध्याय, पूर्ति निरीक्षक बरहनी नरेंद्र चौबे पई पहुंचे। जांच टीम ने बताया कि बोरे में मिले कंकड़ रेलवे ट्रैक पर बिछने वाली गिट्टी है।जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया जाएगा।