गहमर(गाजीपुर)। स्वर्गीय चंद्रशेखर जी पूर्व प्रधानमंत्री स्मारक महाविद्यालय में 12 दिसंबर रविवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा दिवस मनाया गया जिसमें वक्ताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के शिक्षकों ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। हिंदी के प्रवक्ता कृष्णमोहन पांडेय ने कहा कि विवेकानंद सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक बुनियाद थे। एक ऐसी बुनियाद जिस पर भारत का विराट सांस्कृतिक महल खड़ा है। स्वामी विवेकानंद जी के विचार भारत ही नहीं बल्कि विश्व के युवाओं के लिए प्रासंगिक एवं अनुकरणीय हैं। उन्होंने कहा कि एक विचार को अपना जीवन बना लेना उसके बारे में ही सोचना, उसके सपने देखना, उस विचार को जीना, यहां तक कि अपने मस्तिक, मांसपेशियों व शरीर के हर हिस्से में उस विचार को डुबो देना ही सफलता का मूलमंत्र है। रसायन विज्ञान के प्रवक्ता डॉ हेमंत शुक्ला ने आज की युवा पीढ़ी को आह्वान करते हुए कहाकि स्वामी विवेकानंद जी के मूल मंत्रों को न सिर्फ अनुसरण करना चाहिए बल्कि अपने जीवन में भी आत्मसात करते हुए लोगों को जागरूक करना चाहिए।
इस मौके पर उमाशंकर सिंह, अरविंद कुमार दुबे, मुख्य लिपिक सूर्य प्रकाश बिट्टू, मोहम्मद परवेज, जितेंद्र कुमार, श्वेता गुप्ता, सुनील, दीपक, सत्येंद्र, राजू, गोपाल आदि लोग मौजूद रहे।