ग़ाज़ीपुर। 2025 तक जनपद सहित पूरे देश देश को टीबी से मुक्त करने को लेकर प्रधानमंत्री ने 1 जनवरी 2020 से पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम का नाम बदलकर राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम कर दिया है।
जिस के क्रम में क्रम में में जनपद में 27,28 और 29 जनवरी को गाजीपुर में टीबी की रोकथाम की स्थिति का भौतिक सत्यापन करने के लिए 18 सदस्यीय राज्य स्तरीय आंतरिक मूल्यांकन टीम आंतरिक मूल्यांकन टीम गाजीपुर आ रही है। जिसको लेकर लेकर जनपद में इसको लेकर तैयारी शुरू कर दिया है। जिसके क्रम में आज क्षय रोग केंद्र पर सभी कर्मचारियों की समीक्षा बैठक की जा रही है।
नोडल अधिकारी डॉ के के वर्मा ने बताया कि वर्मा ने बताया कि जनपद में 27,28 और 29 जनवरी को 18 सदस्यीय टीम गाजीपुर में आ रही है। जिसमें तीन डब्ल्यूएचओ के कंसल्टेंट कंसल्टेंट के कंसल्टेंट कंसल्टेंट भी शामिल होंगे ।यह लोग 27 और 28 को जनपद में चल रहे टीबी यूनिट की फील्ड विजिट करेंगे । उसके पश्चात 29 जनवरी को जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य के साथ बैठक कर जनपद में टीबी की स्थिति के बारे में उन्हें अवगत कराएंगे।
जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि यह सभी सदस्य डॉ संतोष गुप्ता संयुक्त निदेशक लेकर (क्षय)/राजय क्षय नियंत्रण अधिकारी की अध्यक्षता में पूरी टीम लीड करेगी। और जनपद में चल रहे सभी टीबी यूनिट की बारीकी से टीबी की रोकथाम के लिए की जा रही कार्रवाई की जानकारी लेगी की अब तक जनपद में इसके लिए क्या-क्या किया गया है? इसी के क्रम में जिला क्षय रोग केंद्र पर तैयारी जोरों पर चल रही है। जिसमें एसटीएस, एसटीएलएस,एलटी, टीबीएचवी, पीएमडीटी, डीपीपीएमसी, डीपीसी के साथ लगातार समीक्षा बैठक किया जा रहा है और जिनमें कमियां पाई जा रही जा रही है ।उन्हें तत्काल दुरुस्त करने का निर्देश भी दिया जा रहा है।