सुहवल। क्षेत्र के उत्तरौली गाँव के नगसर रोड किनारे देर रात्रि को करीब दस बजे अज्ञात कारणों से आग लगने के चलते गुड्डू राजभर पुत्र शिवप्रसाद की दो रिहायशी झोपडियां, उसमें रखा हजारों का घर गृहस्थी का समान, नगदी, आवश्यक दस्तावेज, जानवरों का चारा आदि जलकर खाक हो गया, साथ ही इस अगलगी के कारण झोपडियों में बधीं दो भैस,एक गाय एवं दो पडिया आग की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गई ।
इस अगलगी पर काबू पाने के लिए ग्रामीणों को काफी मशक्कत करना पड करीब दो घंटों के बाद बारह बजे किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक सब स्वाहा हो चुका था।इसकी सूचना लोगों ने संम्बन्धित अधिकारियों को दे दी, जिसके बाद आज राजस्वकर्मी मौका-मुआयना कर अगलगी की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी।पिडित परिजनों के मुताबिक गुड्डू राजभर रोक की तरह अपने आवश्यक कार्यों को निपटाने के बाद भोजन कर परिजनों संग झोपडी में सोने चला गया, देर रात्रि को अचानक उसे शौच की आशंका होने पर जब चारपाई से उठा देखा तो चारों तरफ धुआँ जैसा दिखाई दे रहा था, उसने सोचा कि शायद कुहासा हो, इसी दौरान जब वह अपने जानवरों को देखकर सोने झोपडी में जा रहा था तभी आग की तेज लपटे उठने लगी उसे समझते देर न लगी की आग लग चुकी है चूंकी आग कैसे किन परिस्थितियों में यह नहीं मालूम चल सका, बहरहाल गुड्डू ने शोर मचाना शुरू कर झोपडियों से अपने बच्चों को निकलने के लिए आवाज लगाई, वहीं ग्रामीण देर रात्रि को शोर सुनकर किसी अनहोनी को लेकर मौके की तरफ दौड पडे ।देखा तो झोपडियों से आग की लपटे उठ रही है ।लोगों अपने निजी संसाधनों के सहारे आग पर काबू पाने के लिए प्रयास शुरू करने के साथ ही उसमें बधें जानवरों को बाहर निकालने का प्रयास भी शुरू कर दिया, लेकिन आग की लपटो के चपेट में आने से तीन दुधारू जानवर एवं दो पडिया झुलस गये ।इस ठंठ के मौसम में पिडित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया, लोगों ने इस अगलगी की सूचना पशु चिकित्सक कप दी सूचना पर पहुंचे चिकित्सक ने पशुओं का इलाज शुरू कर दिया ।वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन से पीडित परिवार को जल्द सरकारी एवं अन्य सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया ।