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शहीद दिवस पर सत्याग्रह

जमानियां। तहसील मुख्यालय के पास स्थित रामलीला मैदान में गुरूवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी–लेनिनवादी के कार्यकर्ताओं ने शहीद दिवस के अवसर पर सत्याग्रह किया।

सत्याग्रह को संबोधित करते हुए ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि 30 जनवरी 1948 को मनुादी फासिस्ट नाथू राम गोडसे ने गांधी की हत्या की थी क्योकि गांधी भारत को पंथ निरपेक्ष भारत बनाना चाहते थे। कहा कि आजादी के वर्षो बाद एक बार फिर सीएए और एनआरसी जैसी कानून कना कर लोकतंत्र‚ संविधान के खिलाफ जाकर देश के गरीबों आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की नागरिकता पर संकट खड़ा करने का कार्य किया जा रहा है। श्री कुशवाहा ने इतिहास को याद करते हुए कहा कि गुलामी से देश को आजाद कराने में सभी जाति धर्म के लोगों योगदान रहा है। इसके बाद भी स्वतन्त्र भारत में खुलेआम मुस्लिमों पर अत्याचार जुल्म किया जा रहा है। आजाद भारत में सभी को अधिकार मिला है। देश को आजाद कराने वाले सभी स्वतन्त्रता संग्राम में अपने  प्राणों की आहुति देने वालों को शत् शत् नमन करते हुए दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी गयी। इस मौके पर शैलेन्द्र सिंह‚ पन्नालाल‚ राम बिलास राम‚ सुरेन्द्र प्रसाद‚ छत्रपति सिंह‚ राजेश बिन्द‚ बद्दू बिन्द‚ बुच्ची लाल‚ विनोद गुप्ता‚ पंचरतन कुशवाहा आदि तहसील कर्मी शामिल रहे।