सुहवल। क्षेत्र के सुगवलिया में गाँव में आज दर्जनों किसानों ने अधियारां बडौरा माईनर में विगत में सिंचाई विभाग के द्वारा क्षमता से अधिक मात्रा में पानी छोडे जाने किसके कारण कई वीघे की फसल जलमग्न हो गई थी। उससे आक्रोशित हो किसानों ने आज सुबह लाठी-डंडा ले खेतों में लगे पानी में खडे हो सांकेतिक प्रदर्शन किया, साथ ही (प्रतीकात्मक रूप से )जो उसी गाँव का युवक कोट टाई पहन पहुंचे सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता के पहुंचने पर पानी लगे खेतों में लाठी – डंडा ले चारों तरफ से घेर लिया।
जिसके बाद प्रतीकात्मक सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता विभाग की इस गलती के लिए हाथ जोडकर किसानों से क्षमा याचना की जिसके बाद किसानों ने उन्हें आगे से क्षमता के अनुसार पानी छोडने की चेतावनी दी ।इसके पूर्व किसानों ने सुबह हाथ में तख्तियां ले जिसपर लिखा था जिलाप्रशासन जागिए, सांसद जागिए, जंगीपुर विधायक जागिए, हम किसानों कप मुआवजा दें आदि ले घंटों नारेबाजी कर रहे थे ।किसानों ने कहा कि इस गंभीर समस्या से कई गावं के किसान वर्षों से जूझ रहे है, उनकी वर्ष भर की मेहनत सिंचाई बिभाग की लापरवाही की भेंट चढ जा रही है ।जिसके कारण उनके घरों में आर्थिक संकट खडा होने के साथ ही उनके परिवारों को दाने-दाने को मोहताज होना पड रहा है ।किसानों ने कहा कि सिंचाई विभाग, जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत करने के बाद भी उनकी समस्याओं का कोई निदान नहीं हुुुआ ।जिसके कारण उन्हें आज इस प्रकार का अनोखा प्रतीकात्मक प्रदर्शन करने को मजबूर होना पडा ।किसानों कहा कि जनप्रतिनिधियों, विभाग के कर्मचारी कभी भी यह देखने की जहमत नहीं उठाते कि खेतों को कितना पानी चाहिए। खेद है कि जिलाधिकारी सहित अन्य जिम्मेदार लोक सेवकों को बार बार लिखने के बाद भी कोई असर नहीं हो रहा है। क्षेत्रीय सांसद अफजाल अंसारी एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ वीरेंद्र यादव से भी गुहार लगाई गई थी इसके बाद भी जब पानी आना बंद नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर भी कई लोगों ने रिपोर्ट दर्ज कराया किंतु परिणाम शून्य रहा। कहा कि यदि इसके बाद भी फसल का मुआवजा नहीं मिलता है तो हम निर्णायक जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस अवसर पर, नागेन्द्र यादव दादा, गुल्लू सिंह यादव, मनन यादव, रामविलास यादव, डॉक्टर रामदुलार, रामाधार, लुटावन राजभर, उपेंद्र राजभर, राम अवतार, ओम प्रकाश यादव, चंद्रशेखर ,सनी, सोनू, कन्हैया ,शिव जी ,हनुमान, विमलेश, सुधीर, लालू यादव, जयप्रकाश राजभर आदि रहे ।