जमानिया। नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार कि सुबह 10 बजे से कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत संकल्प सभा का आयोजन किया गया। जिसमें कुष्ठ रोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
जिला कुष्ठ अधिकारी जयप्रकाश सिंह ने कहा कि कुष्ठ रोग मायको बैक्टीरियम लेप्री नामक कुष्ठ जीवाणुओं से होने वाली बीमारी हैं। अगर कुष्ठ के जीवाणु का मानव शरीर मे प्रवेश हो जाता है तो प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है ओर 3 या 5 वर्ष में शरीर में कहीं भी कुष्ठरोग के लक्षण या (चिन्ह) दिखायी लेने लगते है। कहा कि इससे खबराने की जरूरत नहीं है। इसका जांच कराये और तत्काल इलाज शुरू करावें। कहा कि इस रोग का इसका इलाज संभव है। कुष्ठ रोगियों की सेवा करने से कुष्ठ जीवाणु नहीं फैलते है। कहा कि कुष्ठ रोग की पहचान कहना बहुत आसान है। कहा कि चमड़ी (स्किन) पर किसी प्रकार का दाग या धब्बा, जिसमें दर्द या खुजली न हो। साथ ही जन्म से ही वह न हो, तो यह कुष्ठ रोग का प्रारंभिक लक्षण है। समय से इलाज कराने से इस रोग का पूरी तरह इलाज संभव है। कहा कि कुष्ठ रोगों के निवारण के लिए सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित ग्रामीण स्तर के चिकित्सालय में कुष्ठरोग की मुफ्त जाँच और इलाज (एमडीटी) की जाती है। इस दौरान उन्होंने बेबाकी से उपस्थित लोगों के पुछे गये सभी संका आशंकाओं को दूर किया। कार्यक्रम के आखिर में कुष्ठ रोग मुक्ति के लिए संकल्प दिया गया । इस अवसर पर रामाश्रय, पत्तूलाल, एकलाख अहमद, माधुरी देवी, गीता देवी, अंजनी देवी, मिथिलेश, चुनम देवी, तारा देवी आदि आशा एवं अन्य लोग मौजूद रहे।