जमानियां। हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय की पुरा छात्रा दिव्य लता शर्मा ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में शोध हेतु आयोजित परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।शोध कार्य हेतु जारी सूची में दिव्यलता शर्मा को पांचवां स्थान प्राप्त हुआ है।
महाविद्यालय के आई. क्यू. ए.सी.प्रभारी डॉ.अरुण कुमार ने बताया कि छात्रा ने मेरे महाविद्यालय से कला स्नातक की उपाधि प्रथम श्रेणी में 74.33 अंकों के साथ वर्ष 2017 में उत्तीर्ण कर प्रथम स्थान अर्जित किया था। इसके बाद परास्नातक शिक्षा हेतु महामना मदनमोहन मालवीय जी द्वारा स्थापित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के हिन्दी विभाग से एम.ए. हिन्दी की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया। जिसमें 73.2 प्रतिशत अंक हासिल किया हुए हैं।
एम.ए.प्रथम वर्ष में ही प्रथम प्रयास में सी.बी. एस.सी.द्वारा आयोजित नेट परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए जे.आर.एफ. हेतु सफल घोषित हुईं। पुनः एम.ए. अंतिम वर्ष में एन.टी. ए.द्वारा आयोजित नेट परीक्षा में सफल होकर पुनःजे.आर.एफ.हेतु चयनित होना गर्व की बात रही।काशी हिन्दू विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग की पी. एच. डी.उपाधि हेतु आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर शोध कार्य हेतु छात्रा का चयन महाविद्यालय के लिए फक्र की बात है।
सूचना से हर्षित महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ.संजय कुमार सिंह ने बताया कि दिव्यलता शर्मा हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ.अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री की ज्येष्ठ पुत्री हैं जो अपने कठिन परिश्रम से अब तक जितनी परीक्षाओं में सम्मिलित हुई है सफल रही है। दिव्यलता ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर, गुरुओं एवं माता पिता को दिया है। डॉ.शास्त्री जनपद जौनपुर के मूल निवासी और अवधी भाषा भाषी हैं अतः दिव्यलता ने अवधी एवं अपभ्रंश भाषा साहित्य पर तुलनात्मक अध्ययन के रूप में शोध कार्य करने कि मंशा जाहिर की है।शोधकार्य हेतु शोध के दौरान अनुसंधान कारिका को 31000/ रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति भी प्राप्त होगी।
महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ.अनिल कुमार सिंह, डॉ.मिथिलेश कुमार सिंह, हिन्दी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.अंगद प्रसाद तिवारी, डॉ.अबुल लैस अंसारी, मनोज कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, कमलेश प्रसाद आदि ने छात्रा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।