जमानियां। हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय की पूर्व छात्रा दिव्य लता शर्मा ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में शोध हेतु आयोजित परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इस हेतु जारी सूची में दिव्य लता शर्मा को पांचवां स्थान प्राप्त हुआ है।
महाविद्यालय के आई. क्यू. ए.सी.प्रभारी डॉ.अरुण कुमार ने बताया कि छात्रा ने मेरे महाविद्यालय से कला स्नातक की उपाधि प्रथम श्रेणी में 74.33 अंकों के साथ उत्तीर्ण कर प्रथम स्थान अर्जित किया था इसके बाद परास्नातक शिक्षा हेतु महामना मदनमोहन मालवीय जी द्वारा स्थापित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के हिन्दी विभाग से एम.ए. हिन्दी की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया जिसमें 73.20 प्रतिशत अंक हासिल किया है। एम.ए.प्रथम वर्ष में ही प्रथम प्रयास में सी.बी. एस.सी.द्वारा आयोजित नेट परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए जे.आर.एफ. हेतु सफल घोषित हुईं।पुनः एम.ए. अंतिम वर्ष में एन.टी. ए.द्वारा आयोजित नेट परीक्षा में सफल होकर पुनःजे.आर.एफ.हेतु चयनित होना गर्व की बात रही।काशी हिन्दू विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग की पी. एच. डी.उपाधि हेतु आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण कर शोध कार्य हेतु शर्मा का चयन खुशी का विषय है।
महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ संजय कुमार सिंह ने कहा कि दिव्य लता शर्मा हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ.अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री की ज्येष्ठ पुत्री हैं जो अपने कठिन परिश्रम से अब तक जितनी परीक्षाओं में सम्मिलित हुई है सफल रही है। दिव्य लता ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर, गुरुओं एवं माता पिता को दिया है। डॉ.शास्त्री जनपद जौनपुर के मूल निवासी और अवधी भाषा भाषी हैं अतः दिव्य लता अवधी एवं अपभ्रंश भाषा साहित्य पर शोध कार्य करना चाहती हैं। इस शोधकार्य हेतु शोध के दौरान शोध वृत्ति के रूप में 31000/ रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति मिलेगी। महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ.अनिल कुमार सिंह, डॉ.मिथिलेश कुमार सिंह,हिन्दी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.अंगद प्रसाद तिवारी, डॉ.अबुल लैस अंसारी, मनोज कुमार सिंह,प्रदीप कुमार सिंह, कमलेश प्रसाद आदि ने छात्रा के उज्जवल भविष्य की कामना की है।