ग़ाज़ीपुर। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के तहत कुपोषित बच्चों और गर्भवती माताओं में कुपोषण को दूर करने के लिए इंक्रीमेंट लर्निंग एप्रोच कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत समस्त 21 मॉडयूल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस क्रम में बुधवार को मॉड्यूल 20 के तहत ‘प्रसव पूर्व तैयारी-अस्पताल और घर पर होने वाले प्रसव’ के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) और मुख्य सेविका को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में दिया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से जनपद के अंतर्गत कार्यरत सीडीपीओ और मुख्य सेविका को ग्रामीण इलाकों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व को लेकर किन बातों की तैयारियां करनी चाहिए, इस बात का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्तकर यह लोग अपने-अपने ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगी। ताकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं और परिवार के सदस्यों को इसके बारे में जानकारी दे पाएं।
जिला स्वस्थ भारत प्रेरक और प्रशिक्षक जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि समान्यतः प्रसव स्वास्थ्य केंद्रों पर ही कराना चाहिए। लेकिन कुछ परिवार घर पर ही करवाना चाहते हैं। ऐसे में कुछ जटिलता का सामना भी करना पड़ सकता है। इसलिए हर परिवार को अस्पताल में प्रसव करवाने के लिए जागरूक करना है। क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र पर प्रशिक्षित नर्स, डॉक्टर के साथ 24 घंटे स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध रहती हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को देखना चाहिए कि गर्भवती माताओं के घर के आस-पास कौन सा स्वास्थ्य केंद्र नजदीक है। जहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। इसके बारे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता परिवार के मुखिया या अन्य जिम्मेदार लोगों को यह सब बाते बताएँगी।
जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि प्रसव के लिए अस्पताल जाते समय मां और बच्चे के लिए कपड़ा व कंबल जरूर साथ लेकर जाएं। साथ ही पर्याप्त पैसा भी साथ में रखें ताकि, कोई जटिलता आने पर दवा आदि की व्यवस्था की जा सके। इसके साथ ही सरकार द्वारा संचालित जननी सुरक्षा योजना और अन्य योजनाओं के भुगतान के लिए जरूरी कागजात जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक आदि अपने साथ अवश्य रखें।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात सभी मुख्य सेविका और सीडीपीओ अपने अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। इस क्रम में गुरुवार को मुख्य सेविका बृंदा सिंह के द्वारा जमानिया बाल विकास परियोजना के खिदिरपुर आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही सदर बाल विकास परियोजना के बबेडी सेक्टर पर मुख्य सेविका तारा सिंह के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया।