जमानियां। राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के तिसरे दिन मंगलवार को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत क्षेत्र के हेतिमपुर गांव स्थित महिला महाविद्यालय से रैली निकाल कर छात्राओं ने लोगों को जागरूक किया। रैली में सामिल छात्राओं ने बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं करने का आग्रह किया गया।
रैली निकालने से पूर्व आयोजित संगोष्ठी में हिन्दी के प्रवक्ता डॉ अरविन्द सिंह ने कहा कि बेटियां समाज का अभिन्न अंग हैं। इनकी रक्षा कर इन्हें शिक्षित बना समाज को नई दिशा दी जा सकती है। कहा कि बेटों के शिक्षित होने पर केवल एक घर जबकि बेटियों के शिक्षित होने से दो परिवारों का सम्मान बढ़ता है। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में सबको आगे आकर अभियान को सफल बनाने की जरूरत है। जिसके बाद महाविद्यालय के प्राचार्य अक्षयवट पाण्डेय ने हरी झंडी दिखा कर रैली को रवाना किया। जो तहसील मुख्यालय‚ कस्बा बाजार होते हुए महाविद्यालय प्रांगण पहुंचा। इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी जय शंकर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जागरूकता अभियान के तहत यह रैली निकली है। हर बेटी का हक है शिक्षा उसको मिलनी चाहिए बेटे बेटियों में अंतर समझना एक कुरीति है। जिसके प्रति हमें जागरूक होना जरूरी है। रैली के दौरान हाथ में तखती और नारे लगाये जा रहे थे। छात्राओं ने लोगों को रोक कर जागरूक किया। इस अवसर पर संजय शर्मा‚ संगीता रावत‚ मीनू सिंह‚ खुशबु पासवान‚ तन्नू सिंह‚ अम्बाला‚ प्रिती पासवान‚ फरहत परवीन‚ निलम यादव‚ अंकिता‚ काजल‚ नीतू‚ पूजा गुप्ता आदि सहित छात्रायें मौजूद रही।