जमानियां। पूर्वांचल के विकास के लिए बजट में 300 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। इसके पूर्वांचल के विकास में तेजी आएगी। वाराणसी में सांस्कृतिक केन्द्र को खोलने से हम सभी बेहतर ढंग से पूर्वांचल का सांस्कृतिक व सामाजिक विकास कर सकेंगे।
जी हां ! डॉ. शरद कुमार,प्राचार्य (अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष), हिंदू पीजी कॉलेज ने बताया कि बजट में पूर्वांचल के सहकारी चीनी मिलों के उद्धार व आधुनिकीकरण के लिए 45 करोड़ रुपए व्यय करने का निर्णय बजट की उपलब्धि है।नन्द गंज चीनी मिल को प्रारम्भ करने का निर्णय इस बजट में अवश्य लेना चाहिए। इससे आस पास के लोगों को रोजगार मिलता। बजट में युवाओं की आशाओं को पंख देने का पर्याप्त किया गया है। किसान हो चाहे उद्योग , गांव या शहर सभी के लिए बजट में उचित प्रावधान है।ढांचागत विकास में तेजी लाने के लिए बजट में उचित प्रावधान किया गया है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक साथ सात विश्वविद्यालय की स्थापना एक रिकार्ड है। आजमगढ़ विश्वविद्यालय, गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना, प्रयाग राज में विधि विश्वविद्यालय से पूर्वांचल के युवाओं को उच्च शिक्षा व रोजगार प्राप्त हो सकेगा। इस बार के बजट में आध्यात्मिक विकास के उपर भी धन व्यय किया गया है। सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में पूरे प्रदेश में 46 क्षेत्र चिन्हित कर के एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बजट से निश्चित ही प्रदेश में समग्र विकास सम्भव है।