जमानिया। क्षेत्र के कसेरा पोखरा गांव स्थित कॉमन सर्विस सेंटर पर गुरूवार को डिवेलपमेंट मिशन के तहत छात्र–छात्रों को डोमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर का डिप्लोमा तथा प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान का करीब 70 बच्चों को प्रमाण पत्र का वितरित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने शिरकत की और दिव्यांग छात्र–छात्रों सहित अन्य छात्र–छात्राओं को डिप्लोमा सर्टिफिकेट बांटे। साथ ही उन्होंने छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान श्री सिंह ने कहा कि कंप्यूटर का प्रशिक्षण प्राप्त कर नौकरी प्राप्त कर सकते है और नये जीवन में नये आयाम स्थापित कर सकते है। कहा कि आत्म निर्भर होने का यह एक अवसर है। जिसका लाभ दिव्यांग उठा रहे है। जिला प्रबंधक शिवानंद उपाध्याय ने कहा कि उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं से सीएससी द्वारा सबको लाभान्वित किया जायेगा। यह योजना जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में संचालित है। दिव्यांग छात्र हरीशंकर उपाध्याय ने कहा कि डिजिटल युग में समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना बहुत जरूरी है। उसके मन में कम्प्यूटर प्रशिक्षण की लालसा बहुत पहले से थी। दिव्यांगता के चलते वह प्रशिक्षण प्राप्त नहीं कर पा रहा था, तभी गांव में प्रधानमंत्री डिजिटल साक्षरता अभियान के बारे में जानकारी हुई और डिजिटल सेवा केन्द्र संचालक नित्यानंद शंर्मा के केन्द्र में रजिस्ट्रेशन करवाया। इसके बाद दस दिवसीय नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके तहत कंप्यूटर के डिजिटल डिवाइसेज की जानकारी, ई-मेल करना, मोबाइल के माध्यम से डिजिटल ट्रांजेक्शन करना आदि की बाखूबी जानकारी प्राप्त की। परीक्षा सीधे आनलाइन, परीक्षक द्वारा ली गयी, जिसमें उसे सफलता मिली। प्रशिक्षण से उसके अन्दर आत्मविश्वास आया है। अब वह समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। कार्यक्रम के अंत में केन्द्र संचालक नित्यानंद शर्मा ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषण की। इस अवसर पर संगीता कुमारी‚ लखेन्दर कुमार‚ प्रभू कुमार अरविन्द कुमार‚ कुलसुम बानो‚ धनंजय सिंह‚ संजय कुमार‚ सुनील कुमार‚ राजेश कुमार‚ गोल्डेन‚ सुनीता‚ सुमन यादव‚ रौनक कुमार आदि मौजूद रहे।