सेवराई(गाजीपुर)। स्थानीय तहसील क्षेत्र के धान क्रय केंद्रों पर शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए केंद्र संचालकों द्वारा भारी अनियमितता किए जाने के विरुद्ध व खाद्य विपणन अधिकारी द्वारा 3 दिन के अंदर किसानों की समस्याओं को हल करने के आश्वासन के बावजूद भी अब तक किसानों की समस्याएं बरकरार रहने के कारण गुरुवार को आक्रोशित किसानों ने तहसील मुख्यालय पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया ।
ज्ञात हो कि इससे पूर्व 6 फरवरी को धान क्रय केंद्रों पर किसानों की समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया था जिसके बाद जिला खाद्य विपणन अधिकारी व उप जिला अधिकारी सेवराई द्वारा 3 दिन के अंदर किसानों के सभी समस्याओं को समाधान करने के आश्वासन के बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया था इसके बावजूद भी लगभग एक पखवारे बाद भी किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होने के कारण पुनः अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को उपजिलाधिकारी को सूचना देने के बाद गुरुवार को तहसील मुख्यालय पर धरना पर बैठ गए। किसानों ने बताया कि चार सुत्रीय मांगो में किसानों के धान जो अब तक नहीं खरीदा गया है उसे तत्काल खरीदाने की मांग, धान क्रय केन्द्र सेवराई, देवल,मनिया, दिलदारनगर क्रय केंद्र की वर्ष 2019-20 की जांच करने की मांग , किसानों के खरीदे गये धान का भुगतान शीघ्र किये जाने व खाद्य विपणन निरीक्षक एस पी भारती दिलदारनगर के 2018-2019 व 2019- 2020 के कार्यकाल की जांच करने की भी मांग को लेकर धरना पर बैठे गये । किसानों ने बताया कि मांगे पुरी नहीं होने तक जारी रखने की बात बतायी गयी । वही धान क्रय केंद्र सेवराई पर भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग किया गया ।धरना को संबोधित करते हुये युवा किसान नेता भानू सिंह ने कहा कि सेवराई धान क्रय केंद्र पर भारी अनियमितता केंद्र संचालकों द्वारा की जा रही है वहीं किसानों की धान की खरीदारी केवल नाम मात्र की की गई है और सभी धान बिचौलियों के माध्यम से खरीद ली जा रही है । किसानों का लगभग दो माह से बेचे गए धान की पावती रसीद आज तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है और ना ही किसानों के बेचे गए धान का पैसा भी खाते में उपलब्ध नहीं कराया गया है । ऐसे में यदि शीघ्र धान क्रय केंद्र चालू कर किसानों द्वारा बेचे गए धान का भुगतान शीघ्र उपलब्ध कराते हुए क्रय केंद्र को शीघ्र चालू कराए जाने की मांग किया । वहीं सेवराई धान क्रय केंद्र व विपणन निरीक्षक दिलदारनगर के दो वर्षों के कार्यों की जांच भी निष्पक्षता से किए जाने की मांग की किसानों ने धरना के माध्यम से करते हुए बताया कि यदि हमारी मांगें शीघ्र नहीं मानी गई तो अगले दिन से धरना आमरण अनशन के रूप में तब्दील हो जाएगा इसके बावजूद भी यदि हमारी मांगों पर विभागीय अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो कोई भी कदम मजबूर होकर उठाने के लिए मजबूर होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। इस मौके पर रामप्रवेश सिंह, अरविंद सिंह, रंगजी सिंह, जमालुद्दीन खाँ, दिनेश पाठक, राजगृही सिंह, संजय सिंह, किस्मत सिंह, अरुण सिंह, रास बिहारी लाल श्रीवास्तव, अजय सिंह आदि लोग उपस्थित रहे ।