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आशा कार्यकर्ता देंगी घरों पर ‘दस्तक’

ग़ाज़ीपुर। संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जनपद में एक बार फिर से विशेष संचारी रोग नियंत्रण ‘दस्तक’ अभियान 01 मार्च से 31 मार्च तक चलाया जाएगा जिसमें आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के सभी घरों के दरवाजे पर अपनी दस्तक देकर परिवार के सभी लोगों की जानकारी लेंगी और संचारी रोगों के बारे में पूरी जानकारी देंगी।

इसको लेकर सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में जनपद के सभी ब्लॉकों के चिकित्सा अधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक (बीपीएम), ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (बीसीपीएम) और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी (एचईओ) को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने ब्लॉकों के आशा, एएनएम और आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने का कार्य करेंगे। प्रशिक्षण का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण मुख्य प्रशिक्षक डॉ इमाम के द्वारा दिया गया।

एसीएमओ डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि संचारी रोग के इस विशेष अभियान के लिए 22 फरवरी को जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य की अध्यक्षता में राइफल क्लब में जिला टास्क फोर्स की बैठक की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आज के प्रशिक्षण में आए हुए लोगों को यह बताया गया कि उनके क्षेत्र में कार्यरत आशा कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाएगी और उन्हें संचारी रोग के लक्षण और उसके इलाज के बारे में बताएंगे। साथ ही उन्हें इस बात के लिए जागरूक करेंगी कि वह अपने घर और अपने आसपास पानी न जमा होने दें। क्योंकि जमा पानी में ही संचारी रोग के मच्छर पैदा होते हैं। इस दौरान आशा जिस घर पर जाएगी और वहां कोई बीमार व्यक्ति मिलेगा तो उनकी मलेरिया किट से जांच करेगी और उसका स्लाइड बना विभाग को सौपेंगी।

डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए शासन के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है जबकि सहयोगी विभागों में आईसीडीएस, नगर विकास, पंचायती राज, ग्राम विकास, पशुपालन, शिक्षा विभाग, दिव्यांग कल्याण, कृषि एवं सिंचाई के साथ ही सूचना विभाग को शामिल किया गया है। 01 मार्च से 31 मार्च तक चलने वाले इस विशेष अभियान में अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों का निर्धारण किया गया है।

डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि वर्ष 2019 में तीन चरणों में संचारी रोग अभियान चलाया गया था। इस दौरान डेंगू के 07 मरीज, कालाजार के 07 मरीज और एईएस के 07 मरीज मिले थे। उन्होंने बताया कि संचारी रोग से बचाव के लिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए और इसकी शुरुआत लोगों को अपने घरों से ही करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इसके लिए शौंच के बाद और खाने से पहले हाथों को साबुन से धोना चाहिए। ऐसा करने से हम सभी खुद अपने और अपने परिवार को स्वस्थ रहने के साथ ही संचारी रोगों से बचाव कर सकते हैं।