ग़ाज़ीपुर। देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मरीजों के चलते इससे बचाव के लिए गुरुवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य की अध्यक्षता में एक वीडियो कोन्फ्रेंस की गयी, जिसमें मण्डल के सभी अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में प्रमुख सचिव ने जिला और मण्डल स्तर पर कोरोना से बचाव को लेकर निर्देश दिये। उन्होने सर्वप्रथम जिला और मण्डल स्तर पर टीम गठित करने के निर्देश दिये, जिसमें विभिन्न विभाग के लोग रहेंगे।
प्राइवेट, रेलवे, मिलिट्री, ईएसआई और कैंट हॉस्पिटल को मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्तर से कोरोना के बचाव को लेकर निर्देश जारी किए। सभी प्राइवेट अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया जाए, जिन अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा है उनको चिन्हित कर उनकी एक लिस्ट बनाई जाए, जिससे की आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। जनपद स्तर पर 01 एंबुलेंस आरक्षित रखी जाए।
इस क्रम में जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य ने निर्देश दिये कि प्राइवेट अस्पतालों से बात करके उनके मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की सूची बनाई जाए। स्थानीय स्तर पर लोगों में हाथ धोने के संदेश को फैलाया जाए, जहां मिड डे मील बांटा जा रहा है वहाँ भी बच्चों को हाथ धोने के बारें में बताया जाए, जिससे कि यह संदेश घर-घर तक जाए।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ जी सी मौर्य ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए जिला अस्पताल में दस बेड आरक्षित कर विशेष वार्ड बना दिये गए है। विदेश से लौटे जिले के नागरिकों की लगातार निगरानी की जा रही है। फिलहाल जिले में एक भी रोगी नही है। उन्होने बताया कि अभी तक जिले के 04 लोग चीन, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया, कैलिफोर्निया, बीजिंग, लॉस एंजिल्स, और बैंकॉक से लौटे है और इन सभी लोगों की निगरानी चल रही है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण-विदेश से लौटने के बाद यदि किसी व्यक्ति को अचानक बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी है तो उसे तत्काल जांच करानी चाहिए। इस रोग के लिए हेल्पलाइन नंबर-18001805145 (टोल फ्री) है, साथ ही 9450526171, 9451618276, 8765222193, 9451343797, 9889769505 संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष (कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी) पर संपर्क करें।
क्या करें –
•चीन से वापस लौटे व्यक्ति को एक खुले हवादार कमरे में रखे और 28 दिन तक निगरानी करें।
•खांसते और छींकते समय मुंह पर कपड़ा रखना चाहिए।
•वार्तालाप करते समय उचित दूरी बनाए रखे।
•भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से परहेज करें।
•मुंह और नाक को छूने के बाद हाथों की अच्छी तरह से सफाई करें।