जमानिया। क्षेत्र के देवरिया ग्राम स्थित सिद्धेश्वर शक्ति पीठ में आयोजित रामचरित मानस पाक्षिक सत्संग में कथा अमृत पान बुच्चा यादव ने किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा जीवन पूर्व में चाहे जैसा भी रहा हो, हमने अपने जीवन में चाहे कितने भी कर्म कुकर्म किये हों लेकिन जिस दिन और घड़ी से हमारे जीवन में कोई संत, कोई सदगुरु मिल जाता है उसी समय से जीवन में एक क्रांति होती है और हमारे जीवन की गाड़ी पुराने पथ को छोड़ कर भगवान के मार्ग पर चल देती। हमारा जीवन बदल जाता है, रहना, चलना, बोलना सब कुछ बदल जाता है। आध्यात्मिक मार्ग पर अधिकार रखने वाले किसी ऐसे गुरु का शिष्य बनना चाहिए जो राम तक पहुंचने का रास्ता दिखा दे। बाल्मीकि तो बटमारी करते थे, राहजनी करते थे परन्तु गुरु ने राहजनी करने वाले बाल्मीकि को भी तार दिया। इस दौरान सत्संग में संत बिश्रामदास, कैलाश यादव,संत दीनानाथ और विनोद श्रीवास्तव ने भी कथा अमृत पान कराया।