ग़ाज़ीपुर। कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में अलर्ट जारी किया जा चुका है। और सरकार के द्वारा और स्वास्थ विभाग के द्वारा कोरोना वायरस से बचाव को लेकर क्या करें, क्या ना करें के बारे में संदेश भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना वायरस को लेकर पूरे अलर्ट मोड में है। आज जिला अस्पताल के सभागार में डब्ल्यूएचओ की डॉ आशा राघवन के द्वारा अस्पताल से संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को संवेदी करण का प्रशिक्षण दिया गया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि 11 मार्च को डब्ल्यूएचओ के यसआरटीएल आशा राघवन के साथ 2 सदस्य टीम ने कोरोना वायरस वार्ड का निरीक्षण किया था ।और उसकी तैयारी को देखकर संतुष्टि जाहिर किया था। वही आज जिला अस्पताल के सभागार में जिला अस्पताल से संबंधित सभी डॉक्टर ,स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल कर्मचारी, को कोरोना वायरस के मरीज आने पर उनके इलाज,रखरखाव और उनके डिस्चार्ज करने के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सफाई पर ध्यान दें,सफाई के लिए अपने हाथों को लगातार धोते रहें। हाथ गंदे नहीं होने पर भी धोएं। धोने के बाद हो सके तो टिशू का प्रयोग करें। छींकने और खांसने के दौरान अपने मुंह पर हाथ रखें। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस से निपटने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा है। इसके लिए हाथों की सफाई को प्रमुखता दी है और दिन में कम से कम पांच बार हाथ धुलने का सुझाव दिया। छींकने और खांसने के बाद, बीमार व्यक्ति से मिलने के बाद, शौच के इस्तेमाल के बाद, खाना बनाने और खाने के बाद, पशुओं को छूने के बाद।
जब भी आप अपने घर से बाहर निकलें मास्क ज़रूर पहनें। मेट्रो, बसों और ट्रेन का सफर करना हो तो मास्क पहनना ना भूलें। विशेषज्ञों के अनुसार एन 95 मास्क इससे सुरक्षा के लिए बेहतर होता है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या ना करें:
छींकने और खांसने वालों से दूरी रखें। अगर कोई व्यक्ति आपके पास में खाँसे या छींके तो कुछ सेकेंड तक सांस न लें। ऐसे लोगों से दूर रहने का प्रयास करें जिनमें वायरल बुखार के भी लक्षण दिखाई दें। यानि खांसी, जुकाम, बुखार, सिर में दर्द जैसी बीमारियाँ जिन्हें हों, उनसे दूर रहें।
आज के इस प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी सी मौर्य ,डॉ के के वर्मा ,डॉ तनवीर अफरोज ,सीएमएस डॉ निसार अहमद व अन्य लोग मौजूद रहे।