मरदह(गाजीपुर)। मुडियारी गांव निवासी अरविन्द यादव ने विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च के अवसर पर क्षेत्रवासियों से वनों की नैसर्गिक धरोहर को संरक्षित एवं संवर्धित करते हुए अधिक से अधिक पौधरोपण की अपील की है।
श्री यादव ने कहा कि जहां भी पौध-रोपण हो,वृक्ष बनने तक पूर्ण सुरक्षा और निगरानी की जाए।पर्यायवरण प्रेमी अरविन्द यादव ने अपने संदेश में कहा है कि विश्व वानिकी दिवस,वन तथा प्रकृति के प्रति हमारे कर्तव्य का बोध कराता है।वन संसाधनों के बेहतर प्रबंधन और संवर्धन से हम भावी पीढ़ी का जीवन सुरक्षित रख सकेंगे।श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में वन प्रबंधन और वनों के विकास के लिए अनेक जन-सहभागिता आधारित गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं। प्रदेश में वनोपज की मांग और आपूर्ति के बीच बढ़ते अंतर को कम करने के लिए हरियाली महोत्सव, निजी भूमि पर पौधरोपण और गैर-पारंपरिक ऊर्जा को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं।श्री यादव ने विश्व वनिकी दिवस के मनाने का उद्देश्य बताते हुए कहा कि वनों एवं वृक्षों के महत्व एवं निरन्तर हो रहे इनके विनाश को देखते हुए ही ‘यूरोपीय कृषि संघ’ की 23वीं महसभा में 21 मार्च, 1971 को सर्वप्रथम “विश्व वानिकी दिवस” मनाने का निर्णय लिया गया और तब से प्रति वर्ष पूरे विश्व में प्रतिवर्ष 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस मनाया जाता है, जिसमें वन सम्पदा के संरक्षण,रख-रखाव एवं प्रबंधन हेतु मुहिम चलाई जाती है।