ग़ाज़ीपुर। जनपद में देश-विदेश से आए हुए 574 लोगों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक नई मुश्किल पैदा कर दी थी । लेकिन मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय स्थित कोविड-19 कंट्रोल रूम में कार्यरत 10 संविदा कर्मियों ने इन्हें ढूंढ निकाला। इन लोगों की स्कैनिंग की गई और इनके घरों तक ब्लॉक के कर्मियों को भेजकर इनकी जांच की गई।
मौजूदा समय में विदेशों से आए हुए 492 लोगों का डाटा सत्यापित हो चुका है। वहीं 60 लोगों का 28 दिन पूर्ण हो जाने के पश्चात बंद कर दिया गया। जबकि 22 लोगों का डाटा प्रक्रिया में चल रहा है। इस कंट्रोल रूम का संचालन जिला सर्विलांस अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ उमेश कुमार के नेतृत्व में किया जा रहा है।
कंट्रोल रूम में कार्यरत राघवेंद्र सिंह ने बताया कि 26 मार्च से कंट्रोल रूम का संचालन किया जा रहा है जिसमें तीन पालियों में 10 संविदा कर्मी लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम में प्रदेश कार्यालय से यात्रियों की प्रतिदिन सूची आती है जिन्हें टेलीफोन के माध्यम से सत्यापित किया जाता है, कि वह कब आए और कहां कहां से आए आदि । इसके साथ ही कोरोना वायरस के सात लक्षण के बारे में जानकारी एकत्रित की जाती है। लक्षण पाए जाने पर संबंधित को ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजा जाता है। जहां पर उनकी स्क्रीनिंग व अन्य जांच कराकर आगे की कार्यवाही की जाती है।
राघवेंद्र सिंह ने बताया कि 6 अप्रैल को प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश के द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला सर्विलांस अधिकारी, डीएसपी, डाटा मैनेजर, डीपीएम और पहली पाली के चार लोगों को प्रशिक्षित करके सर्विलांस अधिकारी का यूज़र आईडी और पासवर्ड दिया गया और इसी दौरान ब्लॉक स्तरीय रैपिड रिस्पोंस टीम (आरआरटी) टीम घोषित की गई और उन्हें भी यूज़र आईडी पासवर्ड उपलब्ध कराया गया। इसके माध्यम से देश-विदेश से आए यात्रियों का डाटा डीएसओ पैनल पर अपलोड होता है। वहीं डाटा को कंट्रोल रूम की टीम के द्वारा संबंधित आरआरटी टीम को सत्यापन के लिए फॉरवर्ड किया जाता है और इसी के आधार पर ब्लॉक से आरआरटी की टीम के द्वारा भौतिक सत्यापन कर पोर्टल पर पूरा डाटा अपलोड किया जाता है। इस तरह से अब तक राज्य स्तर से 574 लोगों का डाटा भेजा गया था जिसमें से मात्र 22 का डाटा प्रक्रियाधीन है।
कंट्रोल रूम में कार्यरत संविदाकर्मियों में अनिल शर्मा, अमित उपाध्याय, मो0 अजहर खान, रवि शंकर चौरसिया, पवन कुमार, राधेश्याम यादव, सुनील कुमार, अनिल यादव और शिवकुमार शामिल हैं।