जमानियां। वैश्विक महामारी कोरोना की विभीषिका से जूझते अपने देश में लॉक डाउन से कुछ ढील मिली है। अब हमें यह समझना होगा कि यह ढील हमारे जीवन में आई तमाम असुविधा से मुक्ति के लिए सशर्त प्राप्त है अतः हमें यह ध्यान रखना होगा कि इस महामारी का खतरा अभी टला नहीं है ऐसे में हमें और अधिक सावधान रहने की आवश्कता है।
अभी तक विश्व के पास कोरोना का इलाज नहीं है इसलिए बचाव ही एक मात्र उपाय है। कोरोना के कहर से भारत को बचाने के लिए जिस आत्मसंयम और धैर्य की जरूरत है वह सब हम भारतीयों में है।आत्म नियंत्रित व्यवहार से हम इसे रोक पाएंगे ऐसा मुझे विश्वास है।
ये बातें राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर द्वारा काउंसलर के रूप में अपनी सेवा देने के लिए चयनित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने एक विज्ञप्ति में कही।उन्होंने सभी से शासन द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का बखूबी पालन करने का अनुरोध किया तथा किसी भी प्रकार की अफवाह पर विश्वास न करने और उसे न फैलने देने की नागरिक जिम्मेदारी निभाने की अपील की।महामारी ने यह साबित कर दिया कि स्वच्छता का जीवन में विशेष महत्व है।आइए हम संकल्प लें कि साफ सफाई पर विशेष ध्यान देंगे। हाथ साबुन अथवा हैंडवाश से कम से कम 20 सेकेंड तक कई बार, बार बार धुलते रहें। सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखें और आवश्यक वस्तुओं को खरीदते समय भी इनका पालन करें। कहा जाता है कि आहार और विहार का हमारे जीवन और मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है अतः अपने खान पान पर विशेष ध्यान रखें। ईश्वर ने मनुष्य को शाकाहारी बनाया है ऐसा हमारे मनीषियों का कहना है अतः शाकाहारी रहें, सदाचारी हों, पर दुखकातर रखकर मानवता के कल्याण में अपना योगदान दें।
जनपद गाजीपुर के काउंसलर्स के नाम व मोबाइल नंबर इस प्रकार हैं जिस पर बात कर अपनी मनो सामाजिक समस्या का निदान पाया जा सकता है…