Skip to content

कोतवाल की प्रेरणा रंग लाई

ज़मानिया। स्थानीय कोतवाली प्रभारी राजीव कुमार सिंह की प्रेरणा रंग ला रही है और उनके पद चिन्हों पर चलते हुए स्टेशन बाजार स्थित पुलिस चौकी पर तैनात कांस्टेबल विनोद कुमार भारती असहाय मजलूमों की सहायता के साथ ही बेजुबानों की भी क्षुधा को शांत करने में लगे हुए है।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस Covid 19 की वजह से सम्पूर्ण देश लॉक डाउन कर दिया गया है। प्रशासन व पुलिस इन दिनों कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन में जद्दोजहद कर रहे गरीब असहाय परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहे है। प्रशासन स्वयं व लोगो द्वारा बताए जा रहे असहायों की मदद करने में चार कदम आगे बढ़कर मदद करने के लिए 24 घण्टे तैयार रह रही है ताकि किसी को भी इस विषम परिस्थिति में भूखा न रहने दिया जाय।
परन्तु लॉक डाउन का पालन कराने में पुलिस को काफी जदोजहद करनी पड़ रही है। जिसकी वजह से उन्हें चौतरफा चक्रमण करना पड़ रहा है। ऐसी ही विषम परिस्थिति में रेलवे स्टेशन पुलिस चौकी के कांस्टेबल विनोद कुमार भारती अपनी ड्यूटी को बाखुबी निभाते हुए रात्रि के समय बेजुबानों के भी क्षुधा को शांत करने में पीछे नही हट रहे है और कई दिनों से बेजुबान बन्दरो को कभी टोस्ट तो कभी अंगूर तो कभी बिस्कुट खिलाकर उन बेजुबानों की क्षुधा को शांत कर रहे है। जो लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है।बताते चले कि स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर बुधवार की देर रात एक बजे के करीब चक्रमण के दौरान सुन शान प्लेटफार्म पर उछल कूद कर रहे बन्दरो पर जब विजय की नजर पड़ी तो अपने मोटर साइकिल से बिस्कुट निकाल कर बिना डर भय के उनके बीच मे जाकर बिस्कुट खिलाया और उनकी क्षुधा को शांत करने का प्रयास किया। इस दौरान कांस्टेबल विनोद ने बताया कि मैं अपने कोतवाली प्रभारी राजीव कुमार सिंह जी से काफी प्रभावित हूँ और उनके पद चिन्हों पर चलने का प्रयास कर रहा हूँ। वही उन्होंने बताया कि आम जनमानस के लिए तो सभी लोग लगे हुए है परन्तु इन बेजुबानों का ख्याल बहुत कम लोग करते है। परन्तु जब से मैने अपने प्रभारी कोतवाल राजीव जी को इन बेजुबानों को खिलाते हुए देखा है तब से मैं उनसे प्रेरणा लेकर इन बेजुबानों की क्षुधा बुझाने का प्रयास कर रहा हूँ और आगे भी करता रहूंगा।