जमानियां। राष्ट्रीय सेवा योजना एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में कोविड-19 ट्रेनिंग एंड ओरियंटेशन प्रोग्राम का जूम ऐप द्वारा प्रातः11बजे से अपराह्न1:45 तक मीटिंग आयोजित हुई।बैठक राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय निदेशक सौरव शाह (आई.पी. एस.) की गरिमामय उपस्थिति में प्रारम्भ हुई।
उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि बदलते परिवेश में आवश्यकता है जीवन शैली तय करने।समस्या बदलाव को रास्ता देती है ,आवश्यकता है वैचारिक क्रांति लाने की और इसके लिए राष्ट्रीय सेवा योजना एक उत्तम प्लेटफार्म है।कोरोना की इस विभीषिका में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं कार्यक्रम अधिकारी पूरे मनोयोग से राष्ट्र हित में कार्य कर रहे हैं।अतः शासन का दायित्व है कि उन्हें पहचान मिले।जीवन में संवाद की अहम भूमिका होती है अतः संवाद निरंतर बनाए रखना चाहिए इससे नए रास्ते भी निकलेंगे। इसमें लगभग 3000 प्रतिभागियों ने सहभागिता की।यूनिसेफ के अमित मेहरोत्रा ने विस्तार से मनो सामाजिक दशा एवं महामारी से आने वाले समाजिक बदलावों के बाद के भारत में स्वयं सेवक सेविकाओं की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।डॉ.निर्मल सिंह ने विश्व में इस बीमारी के बढ़ते प्रभाव व भारत में मरीजों की संख्या व विभिन्न विंदुओं पर ग्राफ और आंकड़ों के माध्यम से सामयिक जानकारी दी।भाई शैली जी ने अफवाहों से बचने, इन्हें फैलने से रोकने एवं सही सूचनाएं जन जन तक पहुंचाने हेतु प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया।सुश्री अनुजा ने गर्भवती माताओं को कैसे स्वस्थ रखें तथा लाक डाउन की स्थिति में उनकी किस प्रकार मदद हम कर सकते हैं इस पर प्रकाश डाला।सुश्री अनन्या घोषाल ने हाथ धोने, साफ सफाई रखने के तमाम सत और मिथ पर रोशनी डाली।मनोचिकित्स एवं मुस्कुराएगा इंडिया इनीसियेटिव से सम्बद्ध डॉ.रश्मि सोनी ने मानसिक अवसाद,घबराहट, इमोशनल प्राब्लम पर मोटीवेशन और मुस्कुराहट के असर पर मनो वैज्ञानिक व्याख्यान प्रस्तुत किया। इस मीटिंग में हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय जमानियां राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.रविन्द्र कुमार मिश्र, डॉ.अरुण कुमार, वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री सहित पूर्व एवं वर्तमान स्वयं सेवक एवं सेविकाओं श्रेयस मिश्र, विजय सिंह,राहुल गुप्ता,वर्तिका सिंह,अनुराग रंजन,शिल्पा आनंद, सुष्मिता मौर्या,आरती,संगीता यादव,सुनील कुमार चौरसिया, चंद्रलोक शर्मा,सुजीत कुमार, कृष्ण वर्मा,बुशरा परवीन,शना परवीन,शिवम सिंह,आशुतोष कुमार सिंह,महेश सिंह,विवेक सिंह एवं पवन कुमार चौरसिया ने सहभागिता की।पहली बार जूम ऐप के जरिए इस मीटिंग में सहभाग किए स्वयं सेवक, सेविकाओं में उत्साह एवं वैज्ञानिक जानकारी से खासे उत्साहित दिखे।कोविड-19 के बारे में मीटिंग से प्राप्त जानकारी से अभिभूत स्वयं सेविका शना ने कहा कि इस ऐप्प के माध्यम से हज़ारों स्वयं सेवक, सेविकाओं को जोड़कर रा.से.यो.ने उन्हें जो प्रशिक्षण दिया है वह अति ज्ञानवर्द्धक एवं उपयोगी रहा। मेंटल हेल्थ केयर पर डॉ.रश्मि सोनी का मनोसामाजिक उत्तम जानकारी,ने हाथ धोने के स्टेप को व डॉ.निर्मल सिंह ने विश्व में अब तक के कोबिड मरीजों के आंकडों को दर्शा कोविड-19 से सम्बंधित जानकारी शेयर की यह हम प्रतिभागियों ने लिए नई और अपडेटेड थी। महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभाग यह चाहता है कि आने वाले दिनों में अन्य संबद्ध शिक्षार्थियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था हो जिससे प्रशिक्षत स्वयसेवकों को सेवा कार्य में उतारा जा सके। स्वयंसेविका बुशरा कहती हैं कि मैं इस मीटिंग से जुड़कर और अधिक ऊर्जावान हो गई हूं। राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रदेश और देश में निरंतर सेवा कार्य कर रहे हैं ऐसा इस मीटिंग से ज्ञात हुआ।मुझे गर्व है कि मैं इससे जुड़ी हुई हूं।
कार्यक्रम का संचालन राज्य संपर्क अधिकारी डॉ.अंशु माली शर्मा एवं आभार क्षेत्रीय निदेशक डॉ.अशोक श्रोती ने धन्यवाद ज्ञापित किया।बैठक में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ.राकेश कुमार यादव, जनपद नोडल अधिकारी डॉ.अमित यादव,समता पी जी कॉलेज सादात के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.सुरेन्द्र प्रताप सिंह यादव आदि ने सहभागिता की। महाविद्यालय स्तर पर कार्यक्रम का संयोजन रसायन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ.अरुण कुमार ने किया।