जमानियां। भौतिक शरीर के पोषण के लिए भोजन की नितान्त आवश्यकता होती है,चूंकि शरीर भरण पोषण के बिना नहीं चल सकता इसलिए भोज्य पदार्थों का जीवन में बहुत अतिशय महत्व है।
आज जब कोरोना ने विश्व को अपने आगोश में ले लिया है, काम धंधे बन्द हैं।आय कहीं से नहीं लेकिन व्यय शरीर की जरूरतों को पूरी करने के लिए तो होगी ही।हम खाद्यान्न सामग्री के बिना जीवन नहीं जी सकते यह हमारी प्राकृतिक आवश्यकताओं में से सबसे महत्वपूर्ण है।कोई भूखा न सोये इस सिद्धांत पर क्रियाशील राष्ट्रीय सेवा योजना के हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय जमानियां ग़ाज़ीपुर की संकल्पना से प्रेरित हिन्दू इंटर कॉलेज के शिक्षक विराम तिवारी ने राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभाग को जरूरतमंदों में खाद्य सामग्री वितरित कराने के सार्थक उद्देश्य से नर सेवा नारायन सेवा को चरितार्थ करते हुए ग्यारह हजार रुपये की धनराशि सौंपी।
स्टेशन बाजार परिक्षेत्र में आज विराम तिवारी जी द्वारा उपलब्ध कराई गई धनराशि से आवश्यक आवश्यकताओं की सामग्री जरूरतमंदों में पूर्व स्वयं सेवक सुनील कुमार चौरसिया,सतीश कुमार जायसवाल आदि के माध्यम से चिन्हित लोगों को उनके घर घर सामग्री उपलब्ध कराई गई। इनमें वृद्ध माताएं,दिव्यांगों सहित प्रवासी मजदूरों एवं ऐसे लोगों को सेवाएं प्रदान की गईं जिन्हें इसकी वास्तव में जरूरत थी। कार्यकम अधिकारी डॉ.अरुण कुमार ने तिवारी जी के प्रति आभार प्रकट करते हुए उनकी इस मानवीय सेवा की सराहना है।यह राष्ट्रीय सेवा योजना का स्वर्णकाल है जिसमें डॉ.अशोक कुमार श्रोती, डॉ.अंशु मालि शर्मा, डॉ.राकेश कुमार यादव एवं डॉ.अमित यादव जैसा नेतृत्व भारत सरकार, प्रदेश सरकार, विश्वविद्यालय एवं जनपद स्तर पर प्राप्त है जिससे सेवा योजना परिवार गौरवान्वित हुआ है।