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पुलिस की सकारात्मक भूमिका ने आम जनमानस के मन में खाकी के प्रति भरा आदर भाव

जमानिया। एक वक्त ऐसा भी था कि आम आदमी खाकी देखते ही डर जाता था मगर आज कल की तस्वीर ठीक उल्टी हो गयी है। कोरोना के चलते लॉक डाउन में पुलिस की सकारात्मक भूमिका ने आम जनमानस के मन मे खाकी के प्रति जो आदर का भाव भर दिया है वास्तव में इसका परिणाम देश की सामाजिक स्थिति को बदल देगा।

देवरिया चौकी इंचार्ज राजीव कुमार त्रिपाठी द्वारा सोमवार की देर रात गांव के ही एक किशोर की तबियत खराब होने की सुचना मिलने के तुरंत बाद ही सरकारी हॉस्पिटल भेजवाकर पुलिस विभाग के कर्तब्य परायणता को और ज्यादा मजबूत कर दिया। हुआ यूं कि सोमवार की रात को देवरिया गांव के गुलाबचन्द गुप्ता के घर के पास एक किशोर आकर कहने लगा कि मैं ट्रक द्वारा कोलकाता से आ रहा हूं और मुझे सीने में दिक्कत है मुझे हॉस्पिटल भेजवाईये। इसके बाद तुरन्त लोगो ने टोल फ्री नम्बर 108 पर फोन करने लगे मगर फोन नही लग पाया फिर तुरन्त ग्रामीणो ने चौकी इंचार्ज देवरिया को फोन लगाया। तबियत खराब की बात सुन चौकी प्रभारी ने अपने हमराही सिपाही प्रदीप और प्रभुनाथ द्वारा किशोर चन्दन गुप्ता पुत्र सत्यानन्द निवासी देवरिया को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजवा कर जांच कराया। चन्दन को जांच के लिए जिला हॉस्पिटल भेज दिया जहां पुनः जांच के बाद घर के लिए भेज दिया गया। चौकी इंचार्ज के त्वरित मदद की क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है।