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मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी को भेजा पत्र


ग़ाज़ीपुर। कोविड-19 संक्रमण के दौरान निजी चिकित्सालय में जनसामान्य को आकस्मिक सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के संबंध में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन राजेंद्र कुमार तिवारी ने हाल ही में प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों को पत्र भेजकर सूचित किया है।

पत्र में कहा गया कि डायलिसिस, कैंसर, कीमोथेरेपी, हृदय रोग तथा अन्य सुविधाएं जैसे गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधित सेवाएं नियमित रूप से उपलब्ध कराई जाएँ। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य के द्वारा जनपद के कई निजी चिकित्सालयों को चिन्हित कर उनके प्रबंधक, डॉक्टर और स्टाफ को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर प्रशिक्षण देने का कार्य किया गया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ प्रगति कुमार ने बताया कि जनपद के ऐसे निजी चिकित्सालय जो आयुष्मान भारत योजना के लिए पंजीकृत हैं एवं वहां उपरोक्त सेवाएं उपलब्ध है, को चिन्हित किया गया है। इसमें सिंह हॉस्पिटल गंगा ब्रिज रोड गाजीपुर, शम्मे हुसैनी हॉस्पिटल गंगा ब्रिज गाजीपुर, वर्ल्ड ग्रीन हॉस्पिटल सैदपुर, मां राधिका देवी चिकित्सालय चंद्रशेखर नगर रौजा, राज हॉस्पिटल रौजा, गाजीपुर नर्सिंग होम प्रकाश नगर, आस्था हॉस्पिटल सिकंदरपुर गाजीपुर को चिन्हित किया गया है जहां पर जनसामान्य आकस्मिक चिकित्सीय सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि यदि इन निजी चिकित्सालयों को सुरक्षा उपकरण पीपीई किट, एन 95 मास्क की उपलब्धता नहीं हो पाती हैं तो उन्हें जनपद के जिला अधिकारी द्वारा महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से सुनिश्चित कराई जाएगी। यह सुविधा केवल उन्हीं निजी चिकित्सालयों को उपलब्ध कराई जाएगी जो आयुष्मान भारत योजना में पंजीकृत हों। उन्होंने बताया कि इन चिकित्सालयों को जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से 50% दर पर उपलब्ध कराई जाएगी। शेष 50% धनराशि की प्रतिपूर्ति कोविड केयर फंड से की जाएगी।