जमानियां। वीर बहादुर पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से सम्बद्ध जमानियां क्षेत्र की उच्च शिक्षा की आवश्यकताओं को पूरा करने वाला हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय का राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभाग कोविड 19 महामारी की स्थिति में मानवीय सेवा के उच्चतम सहकारों से जुड़कर महानीय सेवा में जुटा हुआ है।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ.राकेश कुमार यादव ने निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना की तीन इकाइयां क्रियाशील हैं।सभी इकाइयों के कार्यक्रम अधिकारी सेवा कार्य में उच्चाधिकारियों के निर्देश एवं क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य कर रहे हैं।इसी क्रम में शनिवार को राज किशोर सिंह महाविद्यालय बरुइन में बने कोरेंटिन सेंटर पर स्त्रियों बच्चों और बालिकाओं के काम में आने वाली वस्तुएं सेनेटरी नेपकिन पत्रिकाएं गृह लक्ष्मी बनिता गृहशोभा सखी बालहंस बैट बॉल वालीबाल झुनझुना गुब्बारा लॉलीपॉप पारले जी बिस्किट लूडो सामान्य ज्ञान की पुस्तक छोटे बच्चों की ऑल इन वन इंग्लिश ग्रामर हिंदी ग्रामर कॉपी कटर रबर पेंसिल आदि प्रदान की गई।इस केंद्र पर 2वर्ष से 11 वर्ष तक आयुवर्ग के बच्चे, किशोरावस्था की बालिकाएं महिलाएं तथा पुरुष प्रवासी कोरंटाइन हैं।
हिंदू महाविद्यालय के सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने बताया कि इकाई द्वितीय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अरुण कुमार तथा पूर्व स्वयसेवक द्व्य पवन कुमार चौरसिया व सुनील कुमार चौरसिया के माध्यम से ज्ञात हुआ कि सेंटर पर रह रहे बच्चे और महिलाओं को कुछ वस्तुओं की आश्यकता है। इसे प्राथमिक जरूरत मानते हुए वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी ने उपर्युक्त सामग्री बाजार से खरिदवाई और उसे बड़े बाबू हृदय नारायण मिश्र के माध्यम से सम्बन्धित तक पहुंचवाया। डॉ.शास्त्री ने कहा कि आज की महामारी के कठिन समय में मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि दिन भर में किसी एक जरुरतमंद के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम अवश्य करें। कठिनाई किसके जीवन में सबके है तो क्या हम अपने सामाजिक कर्तव्य भूल जाएं।हमें सामाजिक दायित्व के लिए जब भी मौका मिले आगे आना चाहिए। मैं क्षेत्रीय निदेशक डॉ.अशोक कुमार श्रोती,राज्य संपर्क अधिकारी डॉ.अंशु मालि शर्मा,जनपद नोडल अधिकारी डॉ.अमित याद सहित अपने पूरे राष्ट्रीय सेवा योजना परिवार के लिए शुभकामनाएं देता हूं कि आप अपनी कर्मठता से सेवा योजना को एक नया मुकाम दिया। वास्तव में यह वक्त सहकार का है इसमें हमें स्वयं से प्रेरित होकर दूसरों की मदद करनी चाहिए।मुझे खुशी है कि इस कार्य में हमारे प्राचार्य डॉ.शरद कुमार,पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ.संजय कुमार सिंह प्रथम इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.रविन्द्र कुमार मिश्र सहित सभी इकाइयों के स्वयं सेवकों,सेविकाओं के सहयोग से यह कार्य संपादित किया जा रहा है।