गहमर(गाजीपुर)। थाना क्षेत्र के देवल स्थित कर्मनाशा पुल से ओवरलोड बालू लदे ट्रकों का संचालन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। 43 ट्रको के परमिशन पर पुलिस की जेब गर्म कर रोजाना करीब 400 ट्रके फर्राटा भर रही है।
जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले हमीद सेतू पर बालू लदे ओवरलोड ट्रको के रोक के बावजूद बालू माफिया बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए परमिशन की 43 ट्रको के बजाए देवल कर्मनाशा पुल से पुलिस की जेब गर्म कर रोजाना करीब चार सौ बालू लदी ओवरलोड ट्रके फर्राटा भर रही हैं। जिससे जहां सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं वहीं दुर्घटना की आशंका भी बढ़ गई है। प्रभारी निरीक्षक द्वारा सप्ताह बार शिफ्ट के तरीके से पिकेट पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती है। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में प्रशासन द्वारा निजी दोपहिया चार पहिया वाहनों के आवागमन पर तो रोक लगा दी गई है। जिन्हें आवागमन के लिए सक्षम अधिकारी से परमिशन लेनी होती है। लेकिन इसके ठीक विपरीत बालू माफियाओं द्वारा पुलिस की मिलीभगत से बेखौफ ओवरलोड ट्रकों से बालू का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। पुलिस भी परमिशन की 43 गाड़ियां का हवाला दे अन्य गाड़ियों से मोटी रकम वसूल बेखौफ संचालन करा रही है। ट्रक चालक धर्मेंद्र यादव, इंद्रदेव आदि ने बताया कि पुलिस उत्तर प्रदेश मे प्रवेश के साथ ही प्रति ट्रक मोटी रकम वसूल कर ही प्रवेश दे रही है। अगर चालक पैसा ना दे तो जांच के नाम पर बेवजह घंटों धूप में खड़ा करा देते हैं और करवाई का धौंस दिखाते हैं। इसलिए मजबूरन हमें पैसा देना ही पड़ता है।
इस बाबत क्षेत्राधिकारी जमानिया सुरेश शर्मा ने बताया कि केवल पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के 43 गाड़ियों का ही परमिशन है। अगर इस तरह का कोई मामला है तो खनन और आरटीओ विभाग के साथ औचक निरीक्षण किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।