मरदह(गाजीपुर)। अखिल भारतवर्षीय गोंड महासभा के तत्वाधान में गोड़ वीरांगना महारानी दुर्गावती का 456 वां बलिदान दिवस हैदरगंज चट्टी पर मनाया गया।
महासभा के प्रदेश व जिला अध्यक्ष डां रामनाथ गोड़ ने संगठन की मजबूती पर बल देते हुए गोड़ वीरांगना महारानी दुर्गावती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हक माँगने से अगर नहीं मिलता तो छिनना पड़ता महारानी का बलिदान देश के लिए मूल्यवान है जिसे किसी किमत पर भुलाया नही जा सकता है।रानी दुर्गावती भारतीय इतिहास में एक ऐसा नाम है जिसकी पहचान देश के प्रसिद्ध विरांगानाओं में होती है।महारानी दुर्गावती के जीवनी के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि महारानी दुर्गावती का जन्म 1524 इ.में चंदेल राजपूताना के महोबा राजा के घर में हुआ था। बचपन से ही रानी दुर्गावती हथियार चलाने, घोड़सवारी करने आदि का शौख रखती थी।रानी दुर्गावती के साहस की चर्चा बचपन से ही होते रहती थी।हमें भी अपने हक कि लड़ाई को लड़ते रहेगे जब तक हमारी मांगे पूरी नही होती हम चुप नही बैठेगे।आगे समाज के हर एक परिवार का विकास तभी संभव है जब हम शिक्षित होकर दूसरे को शिक्षा के लिए प्रेरित करेंगे।अच्छे समाज व अच्छे परिवार का निर्माण शिक्षा से ही संभव है। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष गिरीशचन्द गोड़, अनिल गोड़, भृगुनाथ गोड़, आशीष यादव, रामकेश, उदयभान तिवारी, बबलू कुमार, राहुल गोड़, चौथी गोड़, सुरज कश्यप आदि लोग मौजूद रहे।