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फसल अवशेष को कृषि यंत्रों के द्वारा किसान मृदा में मिलाएं

गहमर(गाजीपुर)। क्षेत्र के सायर गांव में किसान कैंप के दौरान एडियो एजी इंद्रेश कुमार वर्मा ने किसानों से धान की कटाई के बाद पराली न जलाने की अपील की।

जानकारी अनुसार सायर गांव में किसानों को कैंप का आयोजन कर प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना अंतर्गत आधार कार्ड की फीडिंग और सीडिंग का कार्य किया जा रहा है। भदौरा सहायक विकास अधिकारी कृषि इंद्रेश कुमार वर्मा ने किसानों से अपील किया कि किसान धान की कटाई के बाद फसल के अवशेष ना जलाए बल्कि फसल अवशेष को विभिन्न कृषि यंत्रों के माध्यम से मृदा में मिलाएं। कृषिगत भूमि में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा निरंतर घट रही है। अवशेष मात्रा में मिलाने से मृदा में कार्बनिक पदार्थों की मात्रा बढ़ेगी। जबकि किसानों द्वारा फसल अवशेष जलाने पर पर्यावरण प्रदूषण होगा साथ ही मृदा के मित्र जीव भी नष्ट हो जाते हैं। चारे की समस्या के साथ मृदा तापमान में भी वृद्धि होती है। किसान धान पराली को मृदा में मिलाकर कार्बनिक खाद बनाए और पर्यावरण प्रदूषण से बचें। चेताया कि अगर किसानों द्वारा पराली जलाने की घटना पाई जाती है तो संबंधित के विरुद्ध अर्थदण्ड लगाए जाने का प्रावधान है।