जमानियां। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के बैनर तले विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने शुक्रवार कि शाम करीब 4 बजे से 6 बजे तक धरना प्रदर्शन किया और जम कर नारेबाजी की गयी।
प्रदेश में विद्युत व्यवस्थाओं के निजीकरण के विरोध में बिजली विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया और जम कर नारेबाजी की। अधिशासी अभियंता महेन्द्र मिश्र ने कहा कि निजीकरण से आम जनता को नुकसान है। निजीकरण से बिजली के दामो में बढ़ौतरी होगी। कहा कि सरकार बिजली विभाग को फ्री हैंड छोड़ दे तो निजी कंपनियों से बेहतर कार्य कर के दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों में विभाग अपना उत्तम प्रदर्शन दे रहा है। सचिव हर्षित राय ने निजीकरण के बाद बढ़ने वाली समस्याओं एवं उपभोक्ताओं-कर्मचारियों को होने वाली परेशानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि विद्युत विभाग के अधिकारी कर्मचारी 24 घंटे कार्य करते है और व्यवस्थाओं के सुधार में लगे हुए है। उन्होने संघ से 17 सूत्रीय मांगों को दोहराया और कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी इस प्रकार का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। इस अवसर पर उपखंड अधिकारी वीके यादव‚ जेई इंद्रजीत पटेल‚ जेई शशिकांत सिंह‚ जेई तापस कुमार‚ दुर्गविजय प्रसाद‚ गुप्तेश्वर‚ धर्मेन्द्र यादव‚ अरविन्द यादव‚ विजय पटेल‚ ओम प्रकाश‚ राकेश‚ जन्नत‚ एहसानुल‚ अनीश अहमद‚ विनय‚ दिनेश‚ विनोद‚ पंकज पाल‚ अनूप जायसवाल‚ पीयूष कुमार‚ जीवन वर्मा आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता दुर्गविजय प्रसाद एवं संचालन धर्मेंद्र यादव ने किया।