कन्दवा(चन्दौली)। क्षेत्र के कई गांवों व चट्टी चौराहों पर इन दिनों झोलाछाप चिकित्सकों की भरमार हो गई है। झोलाछाप चिकित्सक मरीजों के इलाज के नाम पर खुलेआम आर्थिक शोषण कर रहे हैं ।लेकिन उसके बाद भी स्वास्थ विभाग मौन साधे हुए है। लोगों का कहना है कि ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ कोई कारवाई ना होने से ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप चिकित्सक लोगों का जमकर आर्थिक शोषण कर रहे हैं।
बरहनी विकास खण्ड क्षेत्र के लगभग हर गांव और चट्टी चौराहों पर झोलाछाप चिकित्सकों ने अपना निजी अस्पताल खोल रखा है। झोलाछाप चिकित्सक मरीजों से इलाज के नाम पर अनाप शनाप दवा देकर मरीजों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं। जिससे मरीज आर्थिक रूप से टूट जा रहे हैं ।नीम हकीम झोला छाप चिकित्सक मरीजों का जमकर आर्थिक शोषण कर रहे हैं ।वही मरीजों की हालत खराब होने पर उन्हें अपने परिचित निजी अस्पतालों में भेज देते हैं। जहां उनका कमीशन तय होता है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष राजेश सिंह,अमड़ा गांव के डाक्टर समर बहादुर सिंह, जलालपुर गांव के संजय सिंह,गिरीश सिंह, पई गांव के देवेंद्र राय, असना गांव के हरिश्चंद्र सिंह ,पप्पू सिंह ,कम्हरिया गांव के अनिल सिंह झुन्ना ,भदखरी के प्रवीन सिंह ,अजय सिंह पिंकू,आदि लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का दंश लोग झेलने को विवश हैं ।चेताया कि यदि झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ विभाग सख्त कारवाई नहीं करता है तो हम मुख्य चिकित्सा अधिकारी का घेराव करने को बाध्य होंगे। लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान इस गम्भीर समस्या की ओर दिलाया है ।इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर आर के मिश्रा का कहना है कि जल्द ही विभाग ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ अभियान चलाएगा और दोषी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।