जमानियां। नगर के गंगा तट पर गुरूवार को स्नानार्थियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे के जयघोष के साथ गंगा में डुबकी लगाई तथा पितरों का तर्पण किया।
सुबह से ही नगर के परशुराम जम्दग्नि ऋषि घाट सहित अन्य घाटों पर पितृ पक्ष के अंतिम दिन पितृ अमावस्या पर दूर दराज से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों ने गंगा में डुबकी लगायी और विधिवत दान पुण्य करते हुए पितरों को विदायी दी। इस दौरान पुलिस एवं नगर पालिका कि ओर से लोगाें के लिए पूरी व्यवस्था की गयी थी। स्नान करने आये लोग नदी में अंदर तक न जा सके इसके लिए बैरिकेटिंग कि गयी थी। इस दौरान कस्बा बाजार में भीड़ लगी रही। ज्योतिश आचार्य संतोष पाण्डेय ने बताया कि पितृ पक्ष में अंतिम श्राद्ध को सर्वपितृ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। पितृ पक्ष में अंतिम श्राद्ध सबसे महत्वपूर्ण होता है। माना जाता है कि सर्वपितृ अमावस्या का महत्व इसलिए सर्वाधिक होता है क्योकि जिन्हें अपने पितरों का श्राद्ध याद नहीं होता है‚ वे लोग इस दिन भी अपने पितरो के निमित्म श्राद्ध और दान कर सकते है और उनका तर्पण कर सकते है।