कंदवा(चन्दौली)। क्षेत्र के बरहनी चिरईगांव स्थित रेरुआ स्वतंत्र फीडर के 33 हजार लाइन के एक दर्जन से ज्यादा डिस्क व इन्सुलेटर जलने के चलते कर्मनाशा नदी में लगे नौ लिफ्ट कैनालों की विद्युत आपूर्ति पिछले एक सप्ताह से बाधित है और सभी लिफ्ट कैनाल ठप हैं।
जिससे पानी के अभाव में फसल बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। पानी के अभाव में किसानों को अपनी फसल बचाना भी मुश्किल हो गया है। इससे किसान काफी मुश्किल में हैं। गुहार के बाद भी गड़बड़ी ठीक न कराए जाने पर किसानों में काफी आक्रोश व्याप्त है ।
गौरतलब है कि एक सप्ताह पूर्व आंधी पानी व बिजली के चलते रेरुआ स्वतंत्र फीडर के 33 हजार लाइन के कई डिस्क,इंसुलेटर जलने से कर्मनाशा नदी में लगे नौबतपुर, चारी, मुड्डा, चिरईगांव, धनाइतपुर, अरंगी, अदसड़, ककरैत और करौती में लगे लिफ्ट कैनालों की विद्युत आपूर्ति पिछले एक सप्ताह से बाधित है। जिससे किसानों की सिंचाई कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।इससे किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। किसान अजीत सिंह, रविशंकर सिंह, सतीश राय, राजमोहन तिवारी, अरुण सिंह, राजेश सिंह, अशोक यादव आदि का कहना है कि अगर तत्काल गड़बड़ी दूर नहीं होती है तो पानी के अभाव में फसल बर्बाद हो जायेगी।भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष सुमन्त सिंह अन्ना, ब्लाक अध्यक्ष शिवबच्चन सिंह ने आरोप लगाया है कि स्वतंत्र फीडर बनाने व विद्युतीकरण कराने में ठेकेदार द्वारा दोयम दर्जे के सामानों के प्रयोग के चलते ही आए दिन डिस्क व इंसुलेटर जल रहे हैं। बताया कि चार दिन पूर्व ही विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। किसान नेताओं ने चेताया है कि यदि दो दिनों के अन्दर गड़बड़ी दूर नहीं होती है तो किसान धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। जिसके जिम्मेदार शासन प्रशासन के लोग होंगे।