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मुख्य अभियंता नलकूप पहुँचे अदसड़ गॉव

कंदवा(चन्दौली)। टेल के किसानों को पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए चारी व अदसड़ गांव में 80 करोड रुपए की लागत से बन रहे न्यू चारी व न्यू अदसड़ लिफ्ट कैनाल के आठवीं बार परीक्षण में फेल होने के बाद शनिवार की अपराह्न करीब ढाई बजे मुख्य अभियंता नलकूप वाराणसी महेश कुमार पांडेय ने न्यू अदसड़ लिफ्ट कैनाल का कंदवा में पानी गिरने के लिए बने छलके व कंदवा ककरैत माइनर का निरीक्षण किया। कहा कि अगर पाइप लाइन सफल नहीं होती है तो कंदवा ककरैत माइनर का चौड़ीकरण कराकर टेल तक पानी पहुंचाया जाएगा।

न्यू चारी व न्यू अदसड़ लिफ्ट कैनाल के लगातार आठ बार टेस्टिंग में फेल होने पर जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के लिए शासन को पत्र लिखा है और स्थानीय स्तर पर जांच कमेटी बनाने के साथ ही आईआईटी बीएचयू से जांच की सिफारिश की है।उसी के मद्देनजर मुख्य अभियंता नलकूप वाराणसी महेश कुमार पांडेय सपा के राष्ट्रीय सचिव पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू के साथ कन्दवा स्थित न्यू अदसड़ लिफ्ट कैनाल के टेल पर पहुंचे और निरीक्षण किया। इस दौरान अधिशासी अभियंता लघु डाल राजेन्द्र कुमार, रामजन्म यादव, रिंकज सिंह, सोनू सिंह, सूर्यपाल सिंह, सुनील यादव, भोला यादव, गुड्डू, सत्यपाल,मंटू आदि लोग मौजूद रहे।

कंदवा(चन्दौली)। न्यू चारी व न्यू अदसड़ लिफ्ट कैनाल का निर्माण कार्य 2015 में शुरु हुआ था और मार्च 2018 तक कार्ययोजना को पूर्ण किया जाना था। लेकिन धीमी गति से चल रहे कार्य की वजह से पहला परीक्षण 2 जुलाई 2019 को हुआ जो असफल रहा और पाइप लाइन जगह जगह फट गई। पुन: मरम्मत कर आठ बार अलग अलग समयों पर हुए परीक्षण में भी यह पंप कैनाल सफल नहीं हो सके। चारी लिफ्ट कैनाल का तो आधी दूरी पर परसिया गांव के समीप जेवरियाबाद रामपुर नहर में पानी गिराकर भी परीक्षण किया गया लेकिन वह भी सफल नहीं हो पाया। बता दें कि अगर लिफ्ट कैनाल सफल हुए होते तो करीब 5 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती। लेकिन लिफ्ट कैनाल का पाइप लाइन बार फटने के चलते किसानों के अरमानों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।