गाजीपुर। जनपद न्यायालय गाजीपुर के दसकक्षीय सभागार में ‘‘गांधी जयंती‘‘ अन्तराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया।
राघवेन्द्र, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, द्वारा बताया गया कि महात्मा गांधी एक नाम ही नही बल्कि एक दर्शन है। उन्होने बताया कि महात्मा गांधी जी द्वारा बताये गये सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर पुरा विश्व आज चल रहा है। उनके दर्शनो को पाश्चात्य देश जैसे अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, जमर्नी इत्यादि अपना रहे है। गांधी जी जो बात कहते थे उसको अपने व्यक्तिगत जीवन में भी अपनाते थे। इसलिए गांधी जयंती मनाने के सही प्रासंगिकता तब होगी जब हम सभी लोग कर्तव्य परायणता पर बल दे तथा किसी को किसी प्रकार की हानी न होने दें। अपने जीवन में गांधी जी के विचारधारा को आत्मसात करें व अमल करें। इस अवसर पर सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, रामप्रताप सिंह यादव व अन्य सम्मानित अधिवक्तागण में रणजीत सिंह, अनिल श्रीवास्तव,आदि वक्ताओ ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर न्यायिक अधिकारीगण में गुलाब सिंह, विशेष न्यायाधीश, एस0सी0/एस0टी0 एक्ट, गाजीपुर द्वारा गांधी जी के जीवन परिचय, उनके सिद्धांतो आदि को विस्तार पूर्वक बताया तथा संजय कुमार सिंह-पपप, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, द्वारा बताया गया कि इस वर्ष गांधी जी की 151वी जयंती पुरे देश में हर्षो- उल्लास से मनाया जा रहा है तथा गांधी जी द्वारा समाज में फैली हुई बुराईयों जैसे आडम्बरवाद, पाखण्डवाद, छुवा-छुत, भेद-भाव का घोर विरोध किया तथा अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भुमिका निभई गयी है एवं अन्य न्यायिक अधिकारीगण में सुश्री एकता सिंह, अपर सिविल जज (जू0डी0), द्वारा भी सभा को संबोधित किया गया।
क्रार्यक्रम का शुभारम्भ श्री राघवेद्र, जनपद न्यायाधीश द्वारा द्वीप
प्रज्वलित कर एवं गंाधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। मंच का संचालन रामकिशुन शर्मा द्वारा किया गया एवं इस अवसर पर उपस्थित सम्मानित अधिवक्तागण, न्यायिक अधिकारीगण, तृतीय एवं चतुर्थ कर्मचारीगण, सुरक्षाकर्मी एवं अन्य लोगो का अभार व्यक्त किया गया अन्त में क्रार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।