कंदवा(चन्दौली)। ककरैत पुल से होकर यूपी मे प्रवेश करने वाले वाहनों से पुलिस द्वारा की जा रही अवैध वसूली से नाराज ककरैत गांव के लोगों ने बृहस्पतिवार को ककरैत पुल के पास वाहन रोक कर विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि पूर्व में उपजिलाधिकारी के आदेश से पुल से बड़े वाहनों के आवागमन पर रोक लगाया गया था लेकिन पुलिस सुविधा शुल्क लेकर बड़े वाहनों को यूपी की सीमा में प्रवेश करा रही है। जिससे राजस्व की हानि के साथ सड़कें भी खराब हो रही हैं।
उत्तर प्रदेश के अंतिम छोर पर ककरैत के पास कर्मनाशा नदी पर यूपी व बिहार से लगा हुआ पुल बना है। पुल से ओवरलोड बालू लदे ट्रकों के गुजरने से ककरैत जमानिया मार्ग व कंदवा ककरैत मार्ग क्षतिग्रस्त हो रहा था। ग्रामीणों की शिकायत पर तत्कालीन उप जिलाधिकारी ने पुल पर लोहे का गाटर लगवाकर बड़े वाहनों के आवागमन पर रोक लगाए जाने का पुलिस को दिशा निर्देश दिया था।कुछ दिनों तक निर्देश का पालन भी हुआ लेकिन एक बार पुनः गाटर को टेढ़ा कर बड़े वाहनों का आवागमन होने लगा है।प्रदर्शन कारियों का आरोप है कि थाने के कारखास के इशारे पर पुल पर पिकेट पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा सुविधा शुल्क लेकर बड़े वाहनों सहित बालू लदे ट्रैक्टरों को पार कराया जा रहा है।बृहस्पतिवार को पुलिस को सुविधा शुल्क देकर बिहार की तरफ से आ रहे एक डीसीएम ट्रक को लोगों ने रोक दिया और प्रदर्शन किया।चेताया कि यदि सुविधा शुल्क लेकर हो रहे बड़े वाहनों का आवागमन बंद नहीं कराया गया तो हम बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे। उनका आरोप था कि विरोध करने पर पुलिसकर्मियों द्वारा लोगों के साथ ज्यादती भी की जाती है। उन्होंने उच्चाधिकारियों का ध्यान भी आकृष्ट कराया है। प्रदर्शन करने वालों में जहांदार, राम इकबाल, लल्लू, तारा, अनिल, कंशलाल, बंटी, राजेश, संतोष, पंकज, झल्लन आदि लोग शामिल रहे।