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विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की विभागवार की जा रही समीक्षा

गाजीपुर। जनपद में चल रहे विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने के लिए विभागीय अधिकारी बराबर अभियान की समीक्षा करने के साथ ही प्रगति पर निगाह रख रहे हैं । संचारी रोग नियंत्रण अभियान में नगर पालिका, नगर पंचायत तथा पंचायती राज विभाग को शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई, फॉगिंग एन्टीलार्वा का छिड़काव कराना है।

सीएमओ व अभियान के नोडल अधिकारी डॉ डीपी सिन्हा ने बताया- यह समय संचारी रोगों (डेंगू व मलेरिया) का संचरण काल है । इसके लिये हर किसी को यह जानना जरूरी है कि डेंगू व मलेरिया से बचने के लिए क्या-क्या एहतियात बरतने चाहिए। जनपद में लोगों को जागरूक करने के लिए संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोग के बारे में विस्तार से जानकारी दे रही हैं। विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अभियान को बेहद गम्भीरता से चलाया जा रहा है। हर रोज विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर अभियान को सफल बनाने की कार्य योजना तैयार की जा रही है।
सहायक मलेरिया अधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि कोरोना काल में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत विशेष रूप से घरों के आस-पास साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जा रहा है। अभियान में शामिल सभी विभागों द्वारा व्यवहार परिवर्तन तथा प्रचार-प्रसार की व्यापक योजना तैयार की जा रही है, ताकि जनसामान्य तक सभी जानकारियां पहुंच सकें। रोगों की रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने बताया इस अभियान में 14 विभागों की भागेदारी है। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत जनपद में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में मलेरिया के दो मरीज विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान से पूर्व के चिन्हित किए गए, जिनका इलाज चल रहा है । दस्तक अभियान के तहत मोहम्दाबाद ब्लॉक में एक कालाजार का मरीज मिला, जिसका इलाज बलिया में चल रहा है।
डेंगू और मलेरिया से बचाव के बारे में भदौरा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के प्रभारी रवि रंजन ने बताया कि पानी के बर्तन,ड्रम, टंकी आदि ढक कर रखें, सप्ताह में एक बार कूलर व पानी के बर्तनों को खाली कर साफ करें, जिन स्थानों पर पानी का जमाव रोका न जा सके तो वहां पानी में कुछ बूंदें मिट्टी का तेल या जला हुआ मोबिल आयल डालें, मच्छरों से बचने के लिये सोते समय मच्छर रोधी क्रीम या नीम का तेल शरीर पर लगायें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर को पूरा ढक कर रखें ,बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र / स्वास्थ्य कार्यकर्ता से खून की जांच करायें, दवा नियमित और पूरी खायें।