गाजीपुर। मिशन शक्ति अभियान के प्रथम चरण के तीसरे तीन राज्य महिला आयोग की सदस्य एवं शासन से नामित नोडल अधिकारी श्रीमती अर्चना गहरवार ने आज जनपद मे कई स्थानों का निरीक्षण किया। उन्होने थाना कोतवाली गाजीपुर,राजकीय महिला इंटर कालेज गाजीपुर, पूर्व माध्यमिक विद्यालय विश्वेश्वरगंज तथा कार्यालय वन स्टाफ सेन्टर गाजीपुर का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होने थाना कोतवाली गाजीपुर मे अपराध
रजिस्टर, बाल अपराध रजिस्टर,महिला अपराध रजिस्टर का अवलोकन किया अपराध रजिस्टर के अवलोकन के दौरान बताया गया कि वर्ष 2020 मे कुल 774 मुकदमे पंजीकृत किये गये है जिसमे 151 मुकदमो की विवेचना प्रचलन मे है। शेष मुकदमों के आरोप पत्र/अंतिम रिपोर्ट प्रेषित किया जा चुका है। जिस पर उन्होने लम्बित मुकदमों को गुणवत्तापूर्ण शीघ्र निस्तारण करने का निर्देश प्रभारी निरीक्षक को दिया। बाल अपराध रजिस्टर मे सम्बन्धित कुल 12 शिकायतों/मुकदमो का विवरण अंकित मिला जिसमे 09 प्रकरण निस्तारित व शेष 03 प्रकरण को तत्काल निस्तारण का निर्देश दिया। कोतवाली मे महिला हेल्प डेस्क बनाये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नियुक्त महिला कर्मचारियों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण का निर्देश दिया। राजकीेय महिला इंटर कालेज के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कोविड-19 को देखते हुए सेनेटाइजर व थर्मोस्कैनर के अलावा छात्राएं मास्क का प्रयोग
करती हुई पायी गयी। विद्यालय मे सफाई कर्मी का पद रिक्त होने की स्थिति मे जिला विद्यालय निरीक्षक से आउट सोर्सिग के माध्यम से कर्मचारी रखने, परिसर मे स्थित बन्द सुलभ शौचालय को खोले जाने हेतु पत्राचार करने का निर्देश दिया। एवं विद्यालय भवन मे सीढी, पठन-पाठन वाले कक्षो मे झाले, कक्षाओ/स्टाफ रूम की साफ सफाई कराते हुए कोविड-19 हेल्प डेस्क लगाये जाने का निर्देश दिया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय विश्वेश्वरगंज मे निरीक्षण के दौरान मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत तीन बालिकाओ को बुलाकर टाइक्वांडो की प्रशिक्षिका सुलेखा द्वारा आत्म रक्षा के टिप्स बताया गया तथा 10 अभिभावको को पास्को एक्ट एवं सुरक्षा एवं संरक्षा तथा हेल्प लाईन की जानकारी छात्राओं व उनके अभिभावको को दी गयी। वन स्टाफ सेन्टर के निरीक्षण के दौरान सेन्टर पर पानी, विजली की व्यवस्था सही कराने, पंखे, वाटर कूलर, एक्वागार्ड का तत्काल मरम्मत कराने, सेन्टर पर लगे फायर
सिलेण्डर को रिफलिंग कराने का निर्देश दिया। सेन्टर पर तीन पद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियो के लिए स्वीकृत होने के सापेक्ष कोई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नही पाया गया जिसपर उन्होने तत्काल कार्यवाही का निर्देश दिया।