गहमर(गाजीपुर)। स्थानीय गांव के पांडे मुहल्ला स्थित मुन्ना पांडे की आवासीय परिसर में शनिवार को महर्षि पराशर का जन्मदिन परंपरागत तरीके से मनाया गया। जिसमें गांव के अलावा अगल बगल के गांव के भी लोग उपस्थित हुए।
बैठक में महर्षि पराशर के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। बैठक में मौजूद क्षेत्र के अमौरा गांव निवासी सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित राम प्रकाश उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में कहा कि महर्षि वशिष्ठ मुनि के 100 पुत्रों में शक्ति सबसे बड़े थे। पराशर मुनि शक्ति के पुत्र थे। पराशर मुनि की माता का नाम अदृश्यन्ति था। जब वह गर्भ में थे उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। मृत्यु के पीछे वशिष्ट जी और विश्वामित्र जी का आपसी बैर था। पराशर शब्द का अर्थ परा मतलब वाणी और शर का मतलब तीर होता है। अर्थात जिसकी वाणी तीर के समान हो वही पराशर है। इनके बहुत सारे ग्रंथों में पराशरसमृत प्रमुख है। महर्षि पराशर के जीवन पर वयोवृद्ध पंडित लक्ष्मीकांत उपाध्याय ने भी प्रकाश डाला। उक्त अवसर पर श्री राम पांडेय, रामप्रवेश पांडेय, मार्कण्डेय पांडेय, अविनाश पांडेय, शैलेंद्र पांडेय, श्याम जी पांडेय आदि लोग मौजूद रहे।