गाजीपुर। जिलाधिकारी एम पी सिंह अध्यक्षता में कर-करेत्तर एंव मासिक स्टाफ बैठक राईफल क्लब सभागार में सम्पन्न हुआ।
बैठक में जिलाधिकारी ने चकबन्दी, व्यापार कर, विद्युत देय, आबकारी ,औद्योगिक ऋण,बाट माप, बैक देय, परिवहन, मण्डी समिति, वन विभाग, स्टाम्प ,नगर पालिका, आडिट आपत्ति, अंश निर्धारण, आईजीआरएस, मोटर देय, सिचाई, काउण्डर फाईल, के सम्बन्ध विस्तारपूर्वक समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान वाणिज्य कर, विद्युत वितरण खण्ड द्वितीय, मण्डी समिति जमानियां, सैदपुर, ए आर एम रोडवेज, बाट-माप, जिला पूर्ती विभाग, नगर पालिका परिषद गाजीपुर में कम वसूली होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित विभागो के स्पष्टिकरण मागां तथा रविन्द्र कुमार, ए आर एम रोडवेज बी0के0 पाण्डेय, बाट माप के तेज प्रताप सिंह, के बैठक में अनुपस्थित होने पर वेतन रोकने का निर्देश दिया। तहसीलदार जमानियां एवं सेवराई को सिचाई मे वसूली कम होने पर तहसीलदार जमानियां एवं सेवराई का स्पष्टीकरण मागां। उन्होने समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार एंव अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद/पंचातय को सख्त निर्देश दिये की वे अपने अपने क्षेत्रो में भू माफियाओ को चिहिन्त करते हुए उन कर सख्त कार्यवाही करे।
उन्होनें समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को प्रत्येक माह अपने लक्ष्य को पूर्ण करने लिए एक कार्य योजना बनाकर मूर्त रूप प्रदान करने निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों का आह्वान करते हुए उन्हें निर्देश दिया कि राजस्व प्राप्ति के संबंध में जो विभाग कार्य कर रहे हैं। उनके द्वारा अपने-अपने लक्ष्य को प्रत्येक माह पूर्ण करने की कार्य योजना बनाकर उसे अंतिम रूप प्रदान किया जाए ताकि सभी विभागों में राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य पूर्ण किए जा सकें। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही एवं शिथिलता क्षम्य में नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपने राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं की जाएगी उनके विरुद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी स्वयं संबंधित विभागीय अधिकारी की होगी।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने मासिक स्टाफ बैठक में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ ली। बैठक लंबित प्रकरण एवं विवादित , दाखिल खारिज 122बी0 में विवादित वादो का निस्तारण करने को कहा। तथा आडिट आपत्ती में जानकारी ली। जिलाधिकारी ने जनपद के बडे बकायादारो के सम्बन्ध मे जानकारी ली तथा उनसे वसूली एंव शासनात्मक कार्यवाही करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त अधिकारी राजस्व वसूली का कार्य सर्वाेच्च प्राथमिकता के आधार पर करते हुए डिमांड के अनुसार वसूली सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होंने राजस्व वादों के निस्तारण की समीक्षा करते हुए कहा कि राजस्व वादों के निस्तारण के संबंध में सभी पीठासीन अधिकारियों द्वारा गहनता दिखाते हुए गुण एवं दोष के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार एवं अन्य संबंधित राजस्व अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राजस्व कार्यों में सभी अधिकारियों द्वारा सरकार की मंशा के अनुरूप चलाए जा रहे प्रत्येक कार्यक्रम में तत्परता दिखाते हुए कार्यों का संपादन किया जाना सुनिश्चित करें। ताकि सरकार की राजस्व योजनाओं का लाभ जन सामान्य को आसानी के साथ प्राप्त हो सके। बैठक में अपर जिलाधिकरी वि0रा राजेश कुमार सिंह, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त ई0ओ0, एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।