जमानियां। क्षेत्र के तियरी गांव निवासी भाकपा (माले) तीयरी के तीन कार्यकर्ता, किसान महासभा के नेता पांच रतन कुशवाहा, महिला नेत्री श्याम प्यारी और खेत मजदूरों के नेता रामू राम जमानियां पुलिस की अंधेर गर्दी के खिलाफ आमरण अनशन नगर स्थित राम लीला मंच से शनिवार को शुरू किया। इसकी सूचना प्रशासन को पहले ही दे दी गई थी।
अनशन पर बैठे लोगों ने अपने गांव के ही राजस्व के मामलों में पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाया है। पांच रतन का कहना है लंबी कानूनी लड़ाई के बाद तहसील के राजस्व अधिकारियों ने मेरे खेत पर कब्जा दो साल पहले कराया। लेकिन अभी जमानियां पुलिस ने खेत में लगी धान की फसल को कटवा दिया। जबकि नायब तहसीलदार ने 15 अक्टूबर को मौके पर जाकर पंचनामा लिखवाकर सख्ती से मना किया था। इसी तरह श्याम प्यारी की पट्टे की जमीन को पुलिस ने लॉक डॉउन में पैसे वालों को कब्जा करवा दिया। जबकि इनके साथ के सारे पट्टे दार अपनी जमीनों पर काबिज़ हैं। गांव के दबंग, पोखरी, जिसमें दलितों का पानी निकलता है कब्जा कर लिए हैं और इसमें पानी गिरने से भी रोक दिए थे। भारी आन्दोलन और अधिकारियों के दबाव के चलते गली में भरी गई कई ट्राली ईंट की टुकड़ी को पुलिस ने साफ कराया। आमरण अनशन स्थल पर माले के ब्लॉक सचिव विजई बनवासी ने बताया कि पुलिस ने पूरे क्षेत्र में आतंक कायम कर रखा है और राजस्व के मामलों को जोरजबरदस् ती निपटा कर अपना मामला ठीक कर रही है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर ये मामले तत्काल हल नहीं हुए तो जमानियां का गरीब सामूहिक भूख हड़ताल इन लोगों के साथ शुरू करेगा। माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने अनशनकारियों को माला पहनाकर इस कार्यक्रम को शुरू कराया।