गहमर(गाजीपुर)। स्थानीय तहसील क्षेत्र के एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े गांव में पूर्व प्रधान मुरली कुशवाहा द्वारा जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की उदासीनता के कारण जमीन उपलब्ध होने के बावजूद भी साधन सहकारी समिति का निर्माण नहीं होने की बात को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र व ट्विटर के माध्यम से साधन सहकारी समिति का निर्माण कराए जाने की मांग किए जाने की खबर 3 नवंबर को जमानियाँ समाचार में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की कुम्भकर्णी निद्रा टूटी और सोमवार को लेखपाल , कानूनगो मौके पर पहुंचकर जमीन की पैमाइश कर नापी शुरु कर दिया गया।
जिससे स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है । बताते चलें कि विकासखंड भदौरा के गहमर गांव के पूर्व प्रधान व भाजपा नेता मुरली कुशवाहा ने पत्र व ट्विटर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को अवगत कराया था कि गांव में 3 फरवरी 2014 को तत्कालीन प्रधान द्वारा साधन सहकारी समिति व बीज गोदाम के लिए 0.076 हेक्टेयर भूमि आवंटित किया गया । उन्होंने यह भी बताया कि उक्त जमीन पर साधन सहकारी समिति के निर्माण के लिए कई बार धन दिया अवमुक्त हुआ लेकिन विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के निष्क्रियता के कारण धन बार- बार वापस चला गया जिसके कारण आज भी साधन सहकारी समिति का निर्माण नहीं हो पाया है । साधन सहकारी समिति नहीं होने के कारण किसानों के धान व गेहूं क्रय केंद्र अस्थाई तौर पर व्यक्तिगत लोगों के दरवाजे व जमीन पर बनाया जाता है। जो चलती-फिरती दुकान की तरह रहती है जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इस खबर को जमानियाँ न्यूज़ ने बड़ी बेबाकी से 3 नवंबर 2020 को चलाया था । खबर को संज्ञान में लेते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सोमवार को लेखपाल व कानूनगो को को मौके पर भेजकर पैमाइश करते हुए नापी कराया जाना शुरू कर दिया गया । जिससे लोग काफी उत्साहित हैं गांव के पूर्व प्रधान मुरली कुशवाहा सहित अन्य ग्रामीणों ने इस कार्य के लिए हिंदुस्तान परिवार का आभार भी जताया। इस मौके पर लेखपाल अमरेंद्र गुप्ता ,दानिश अहमद के अलावा गांव के मुरली कुशवाहा , सत्यदेव सिंह ,संतोष सिंह , विनोद सिंह , संजय सिंह रामविलास राजभर आदि लोग मौजूद रहे ।