कंदवा(चन्दौली)। आज की प्रत्येक मां अपने बेटे को नारी से जोड़ती है किंतु सुमित्रा ने अपने बेटों को नारायण से जोड़ा। उक्त विचार गोरखा हनुमान मंदिर पर गोरखा इमिलिया मानस समिति के तत्वाधान में चल रहे पांच दिवसीय श्रीराम कथा के चौथे दिन बृहस्पतिवार को आजमगढ़ से पधारे मानस प्रवक्ता गोविंद शास्त्री ने व्यक्त किए ।
उन्होंने कहा कि सुमित्रा ने जन्म होते ही लक्ष्मण को नारायण के चरणों से जोड़ दिया। उन्होंने सुमित्रा चरित्र के माध्यम से माताओं को संदेश दिया कि यदि आपको दो पुत्र हैं तो एक को राष्ट्र सेवा में और दूसरे को राम सेवा में लगाएं। इससे पूरे देश व समाज का कल्याण होगा। सुमित्रा व उर्मिला के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि यह देश व संस्कृति यदि सुरक्षित है तो ऐसे ही माताओं – बहनों के कारण जिन्होंने अपने पुत्रों व पतियों को तिलक लगाकर धर्म व देश की रक्षा के लिए भेंज दिया। वाराणसी से पधारे सच्चिदानंद त्रिपाठी ने कहा कि श्रीराम प्रेम के साक्षात अवतार हैं।कहा कि भगवान जाति-कुल और गोत्र नहीं बल्कि केवल प्रेम देखते हैं। इस दौरान सैयदराजा विधायक सुशील सिंह ने मंदिर पहुंच कर मत्था टेका। उन्होंने निधि मिलते ही पहला काम कथा स्थल पर हाल बनवाने की घोषणा किया। इस दौरान हरीश सिंह, विनोद तिवारी, कपिलदेव उपाध्याय, सियाराम यादव, रविन्द्र सिंह, सुमन्त राय, पप्पू सिंह आदि लोग मौजूद रहे।