गाजीपुर। मिशन शक्ति अभियान के तहत ‘बच्चों तथा किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक परामर्श’ पर महिला कल्याण विभाग-उत्तर प्रदेश द्वारा विशेष पुस्तिका तैयार की गयी है । इस पुस्तिका का विमोचन अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार व विश्व बाल दिवस पर शुक्रवार देर शाम ऑनलाइन किया गया।
विमोचन कार्यक्रम के विशेष अतिथि राज्य बाल संरक्षण आयोग- उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष विशेष गुप्ता ने कहा कि किशोर न्याय, बालकों की देखरेख व संरक्षण अधिनियम आने के बाद भी किशोरों के मानसिक व मनोसामाजिक स्वास्थ्य पर भलीभांति काम नहों हो पा रहा था । महिला कल्याण विभाग द्वारा की गयी यह पहल बहुत ही सराहनीय है क्योंकि इससे किशोर-किशोरियों को तनाव, चिंता व अवसाद को कम करने व उससे निपटने में बड़ी मदद मिलेगी ।
इस अवसर पर यूनिसेफ के डिप्टी चीफ-उत्तर प्रदेश अमित मेहरोत्रा ने कहा कि यह किताब बहुत ही सरल व सहज शब्दों में तैयार की गयी है । इससे अधिकारी, शिक्षक व देखभालकर्ता बच्चों और किशोरों व उनके परिवारों के सम्बंधित मुद्दों को आसानी से समझ सकेंगे और सरलता के साथ उनसे बातचीत कर सकेंगे ।
इस अवसर पर निदेशक महिला कल्याण-उत्तर प्रदेश मनोज कुमार राय ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान के तहत विभाग इस माह बच्चों और महिलाओं के मानसिक व मनोसामाजिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर कार्य कर रहा है । इस माह के अंत तक करीब डेढ़ लाख महिलाओं, बच्चों व किशोर/किशोरियों तक सीधे शक्ति संवादों के माध्यम से परामर्श सेवाएं पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । उन्होंने कहा कि यह हैण्डबुक बच्चों तथा किशोरों में लक्षणों व संकेतों की पहचान और संदर्भन की दिशा में बहुत ही उपयोगी साबित होगी । इस पुस्तिका में यौन शोषण, शारीरिक शोषण तथा उपेक्षा, भवनात्मक शोषण, शोषण सम्बंधित संकेत व लक्षण जैसे मुद्दों पर बहुत ही सरल तरीके से समझाया गया है और उनसे उबरने के लिए उठाये जाने वाले क़दमों के बारे में समझाने की भी कोशिश की गयी है ।