नगसर(गाजीपुर)। शासन के द्वारा सरकारी जमीनों पर किए गये अवैध कब्जेदारों के खिलाफ अभियान लगातार जारी, तहसीलदार जमानियाँ के द्वारा बेदखली के आदेश के चौदह वर्ष बाद पुलिस प्रशासन ने सरकारी जमीन को दबंग दो सगे भाईयों हीरा पटेल व घनश्याम पटेल से मुक्त कराया , आज दोपहर बारह बजे तहसीलदार जमानियाँ आलोक कुमार, प्रभारी निरीक्षक बिन्द कुमार, राजस्व निरीक्षक इंद्रप्रताप, राजस्वकर्मी बृजकिशोर, विनित सिंह रामदरश कुश्वाहा मय भारी पुलिस बल व जेसीबी मशीन के साथ पहुँच जमीन का नापजोख के उपरांत साढे बारह बजे करीब पांच लाख की लागत से तीन विश्वा में बने एक तल्ले मकान का धवस्तिकरण शुरू करा दिया, यह पूरी प्रक्रिया दो बजे तक चली, मकान पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो गया।
इस पूरी कार्यवाई को प्रशासन ने वीडियो क्लिप में कैद किया, चले धवस्तिकरण के दौरान वहां लोगों की भारी भीड इकट्ठा हो गई वहाँ मौजूद लोग भी इस कार्यवाई को अपने मोबाइल में कैद करते रहे ।सुहवल थाना अन्तर्गत ढढनी भानमल राय में मां चंडी माता मन्दिर के बगल में सडक किनारे खलिहान के नाम से गाटा संख्या 934 दर्ज है जिसका कुल रक्बा करीब तीन विश्वा है । जिसपर करीब तीन दशक पूर्व ढढनी भानमल राय के ही दो सगे भाईयों ने पक्का आवासीय निर्माण कर लिया, जिससे बाद शिकायत पर तत्कालीन लेखपाल ने 2006 में थाने में संम्बन्धित दोनों भाइयों के खिलाफ प्रदेश राजस्व संहिता /122 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया था, जिसके खिलाफ दोनों भाइयों ने जमानियाँ तहसीलदार के यहां अपील दाखिल किया, जहाँ उनकी अपील को संम्बन्धित न्यायालय ने खारिज कर बेदखली का आदेश जारी कर दिया , इसके बाद दोनों भाई तत्कालीन डीएम के न्यायालय में अपील दाखिल किया जहाँ जिलाधिकारी न्यायालय ने 2010 में अपील खारिज करते हुए तहसीलदार जमानियाँ के न्यायालय द्वारा दिए गये आदेश को बहाल रखा, उसके उपरान्त न्यायालय के द्वारा दोनों के खिलाफ 13 बार नोटिस निर्गत कर जमीन को कब्जा मुक्त करने का फरमान दिया लेकिन दंबग खाली करने के बजाए पक्का निर्माण करते रहे ।
जिस पर गाँव के ही अंबुज राय मुख्यमंत्री व डी एम पोर्टल पर लगातर प्रशासन की उदासीनता को लेकर शिकायत करते रहे जिसपर मुख्यमंत्री कार्यालय के द्वारा संख्त संज्ञान लेने व न्यायालय के आदेश के अविलम्ब पालन की हिदायत दी, जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया । इस धवस्तिकरण से पहले दोनों भाइयों ने मकान को आज स्वत: खाली कर दिया ।
इस मामलें में तहसीलदार जमानियाँ आलोक कुमार ने बताया कि खलिहान की जमीन पर कब्जा जमा किए गये पक्के मकान को धवस्त कर जमीन को पूरी तरह से मुक्त करा लिया गया है ,कहा धवस्तिकरण में आए खर्चे को भी संम्बन्धित दोनों भाईयों से वसूला जायेगा आए खर्चे का ब्यौरा ले उन्हें नोटिस जारी की जायेगी ।