गाजीपुर। बच्चों को रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि करना तथा मृत्यु दर में कमी लाने को लेकर शासन के तरफ से साल में दो बार बाल स्वास्थ्य पोषण माह मनाया जाता है। जिसकी शुरुआत सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी सी मौर्य ने जिला महिला अस्पताल में बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाकर शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों से आह्वान किया कि वह अपने 5 साल तक के बच्चों को चलने वाले इस माह में विटामिन ए की खुराक जरूर पिलाए जिससे उनमें रोगों से लड़ने की क्षमता में बढ़ोतरी हो सके।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह जून माह में भी चला था वहीं अब एक बार फिर से 14 दिसंबर से 14 जनवरी तक पूरे जनपद में यह कार्यक्रम चलाया जाएगा । स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस विभाग के सहयोग से संचालित बाल स्वास्थ्य पोषण माह बिटामिन ए संपूर्ण टीकाकरण का एक विभिन्न अंक है। जो प्रत्येक सप्ताह बुधवार, शनिवार और नियमित टीकाकरण, बीएचएनडी सत्रों में प्रतिवर्ष जून और दिसम्बर में होता है। बाल स्वास्थ्य पोषण माह का उद्देश्य नौ माह से पांच वर्ष की आयु के बच्चों में रोगों में कमी लाना है।
उन्होंने बताया कि नौ माह से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि करना। पांच वर्ष तक के बच्चों में मृत्यु दर में कमी लाना, रतौधी से बचाव, कुपोषण से बचाव और उपचार, नियमित टीकाकरण के दौरान बच्चों के साथ आंशिक ड्रापआउट का प्रतिरक्षण, आयोडीनयुक्त नमक के प्रयोग से बच्चों में शारीरिक एवं विकृतियों की कमी। बच्चों के वजन और चिन्हित अतिकुपोषित बच्चों के संदर्भ में छह महीने तक स्तनपान और छह महीने बाद पूरक आहार को बढ़ावा देना। आयोडीन युक्त नमक के प्रयोग के लिए समुदाय को जागरूक करना इस अभियान का उद्देश्य है।
विटामिन ए के लाभ
विटामिन ए एक ऐसा जरूरी विटामिन है जो शरीर खुद नहीं बना सकता है इसलिए आहार में विटामिन ए युक्त चीजों को शामिल करना जरूरी है। ये माइक्रोन्यूट्रिएंट शिशु के विकास में मदद करता है। इससे दांत, हड्डियां और नरम ऊतकों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। आंखों को ठीक तरह से कार्य करने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी हैं जो इम्यून सिस्टम को स्वस्थ बनाए रखते हैं। दिल, फेफड़ों, किडनी और अन्य अंगों के कार्य में विटामिन ए मददगार है।
आज के कार्यक्रम में डॉ ईशान कागरा एम ओ डब्ल्यूएचओ , डॉ तारकेश्वर अधीक्षक महिला चिकित्सालय , डॉ के के सिंह NICU जिला महिला अस्पताल, अशोक अर्बन कॉर्डिनेटर , तथा ए एन एम और आशा मजूद थे।