गाजीपुर। कुपोषण से मुक्ति के लिए शासन की ओर से लाभार्थियों को पहले पुष्टाहार उपलब्ध कराया जाता था। लेकिन अक्टूबर 2020 में आए शासनादेश के बाद अब पुष्टाहार की जगह सभी को सूखा राशन स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से आईसीडीएस के अधिकारियों और आंगनबाड़ियों की देखरेख में वितरित किया जाएगा । इसी के मद्देनजर जनपद में सभी पंजीकृत लाभार्थियों को नवंबर का सूखा राशन का वितरण किया जा चुका है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि नवंबर का राशन लाभार्थियों में वितरित कर दिया गया है। जबकि दिसंबर और जनवरी का वितरण किया जाना शेष है, क्योंकि एफसीआई के द्वारा उन्हें अभी तक सिर्फ गेहूं मिल पाया है। चावल की उपलब्धता अभी नहीं हो पाई है। जैसे ही चावल विपणन एवं जिला पूर्ति विभाग के द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। तब सूखा राशन लाभार्थियों में वितरित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जनपद में छह माह से तीन वर्ष के बच्चों की संख्या 1,38,318 है जिन्हें प्रतिमाह 1 किलोग्राम चावल, डेढ़ किलोग्राम गेहूं एवं 0.75 किलोग्राम दाल के साथ ही प्रत्येक तीन माह पर 450 ग्राम देसी घी और 400 ग्राम स्किम्ड दूध दिया जाएगा। जबकि तीन वर्ष से छह वर्ष के बच्चों की संख्या 64,389 है, जिन्हें प्रतिमाह 1 किलोग्राम चावल एवं डेढ़ किलोग्राम गेहूं के साथ 400 ग्राम स्किम्ड दूध दिया जाएगा। इसके अलावा गर्भवती एवं धात्री महिलाओं की संख्या 71,617 है, जिन्हें 1 किलोग्राम चावल एवं 2 किलोग्राम गेहूं एवं 0.75 किलोग्राम दाल के साथ ही प्रत्येक तीन माह पर 450 ग्राम देसी घी एवं 750 ग्राम स्किम्ड दूध दिया जाएगा। जनपद में स्कूल न जाने वाली किशोरियों की संख्या 3102 है। इन्हें भी 1 किलोग्राम चावल और 2 किलोग्राम गेहूं के साथ ही 0.75 किलोग्राम दाल प्रतिमाह दिया जाएगा, इसके साथ ही प्रत्येक तीन माह पर 450 ग्राम देशी घी और 750 ग्राम स्किम्ड दूध दिया जाएगा। इसके अलावा गंभीर रूप से छह माह से छह वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को डेढ़ किलोग्राम चावल और ढाई किलोग्राम गेहूं के साथ ही आधा किलोग्राम दाल प्रत्येक माह दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक तीन माह पर 900 ग्राम देसी घी और 750 ग्राम दिया जाएगा।